
मधुर भंडारकर
बॉलीवुड में हिट फिल्म देना कोई आसान काम नहीं है। ऐसे कई फिल्म मेकर्स हैं जिन्होंने दर्जनों फिल्में बनाई और कला के नए आयामों को छुआ उसके बाद भी बॉक्स ऑफिस पर हिट का स्वाद नहीं चख पाए। वहीं कुछ ऐसे भी फिल्म मेकर्स हुए हैं जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म से कमाल कर दिया। ऐसे ही बॉलीवुड के एक डायरेक्टर हैं जिनकी फिल्म ने रिलीज होते ही कमाई के मामले में गर्दा उड़ा दिया था। ये फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर चली थी बल्कि लोगों की पसंदीदा बन गई थी। लेकिन डायरेक्टर अपनी फिल्म रिलीज के बाद घर पर सो रहे थे। जब महेश भट्ट ने उन्हें फोन लगाया और पूछा कि कहां हो। तो डायरेक्टर ने जवाब दिया कि घर पर सो रहा हूं। ये सुनते ही महेश भट्ट ने प्यार से गालियां देते हुए बताया कि तुम्हारी फिल्म हिट हो गई है आओ और खुद अपनी आंखों से देखो। ये डायरेक्टर कोई और नहीं बल्कि मधुर भंडारकर हैं। हाल ही में मधुर भंडारकर ने हाल ही में कोमल नहाटा को दिए इंटरव्यू में इसका किस्सा सुनाया है।
अपनी फिल्म चांदनी बार की बताई रिलीज की कहानी
हाल ही में एक इंटरव्यू में फिल्म मधुर भंडारकर ने उस समय को याद किया जब फिल्म रिलीज हुई थी। उन्होंने कहा कि महेश भट्ट ने उन्हें वास्तव में जगाया और इस पल को संजोकर रखने के लिए कहा। हालांकि निर्देशक को यह महसूस करने में थोड़ा समय लगा कि फिल्म वास्तव में दर्शकों को पसंद आई है। उन्होंने ‘गेम चेंजर्स’ पर कोमल नाहटा के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘शुक्रवार के बाद, मैं कांदिवली के एक थिएटर में गया और बाहर खड़ा था। उस समय मुझे कोई नहीं जानता था। मैंने देखा कि लोग स्क्रीन से चिपके हुए थे।
गंभीर मुद्रा में निकले थे दर्शक
लेकिन मैं प्रतिक्रिया का अंदाजा नहीं लगा सका। क्या उन्हें यह बुरा लग रहा है? वे बहुत गंभीर थे। जब वे बाहर आए, तो मैं उनसे पूछ रहा था कि फिल्म कैसी है। कुछ ने कहा कि यह अच्छी है, लेकिन कुछ ने बिल्कुल भी बात नहीं की। इसलिए मैं फिर से चिंतित हो गया।’गेम चेंजर्स पॉडकास्ट पर मधुर ने बताया, ‘मैं सचमुच पंखे के नीचे कालीन पर सो रहा था। कोई एसी नहीं। बस बहुत थका हुआ था। दोपहर 2 बजे के आसपास, महेश भट्ट साहब ने फोन किया। मैं उनसे बस दो-चार बार ही मिला था। उन्होंने पूछा, तुम कहां हो? मैंने आधी नींद में कहा मैं घर पर हूं और वे एकदम से भड़क गए। वे चिल्लाए, ‘पागल आदमी! तुम्हारी फिल्म ब्लॉकबस्टर है और तुम सो रहे हो? बाहर जाओ और भीड़ को देखो। ऐसे पल बार-बार नहीं आते।’