
आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा
मुंबई हमले का साजिशकर्ता आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत लाया जा चुका है। आतंकी राणा को एनआईए ने 18 दिन की हिरासत में लिया है। अब उससे मुंबई हमले के कई राज उगलवाए जा रहे हैं। अमेरिका में तहव्वुर राणा के वकील की तरफ से प्रत्यपर्ण को रोकने के लिए कई प्रयास किए गए। राणा के प्रत्यर्पण रोकने के लिए उसके वकील ने यूएस स्टेट सेकेट्री मार्को रुबियो को लिखे मेल में 4 दलीलें दी थीं। इसमें राणा के लिए मुस्लिम कार्ड भी खेला गया।
कोर्ट में राणा के वकील ने दीं ये चार दलीलें
- पहली दलील ये कि तहव्वुर राणा ने अमेरिका में ट्रायल फेस किया था। उसे बरी कर दिया गया था तो अब दूसरे देश भारत में उसे क्यो भेजा जा रहा है? जहां उसे डेथ पेनल्टी के लिए सेम केस में फिर से ट्रायल का सामना करना पड़ेगा। इससे अमेरिका के लोगों पर एक गलत मैसेज जाएगा।
- दूसरा साजिशकर्ता डेविड हेडली को अमेरिकी कोर्ट ने मुंबई हमले के लिए दोषी ठहराया था, जबकि तहव्वुर राणा को बरी किया गया था। ऐसे में राणा का भारत मे प्रत्यापर्ण नहीं होना चाहिए।
- तीसरी दलील मुस्लिम कार्ड को लेकर थी। इसमें मेल के तीसरे प्वाइंट में राणा के वकील ने ह्यूमन राइट्स रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में मुस्लिमों के प्रति यातनाए होती हैं। जहां बीजेपी सरकार है। वहां अल्पसंख्यक स्पेशली मुस्लिमों को जेल में यातनाएं, टॉर्चर और हत्या तक करवा दी जाती हैं। राणा पाकिस्तान मूल का मुस्लिम है। इसलिए भारत में उसे बहुत ज्यादा टॉर्चर किया जाएगा।
- चौथी दलील हेल्थ को लेकर दी गई। इसमें कहा गया कि पांच सालों से तहव्वुर राणा की सेहत बिगड़ती जा रही है। हाल में उसका डायग्नोज हुआ था।
हालांकि, इन सभी चारों दलीलों को दरकिनार करके राणा को भारत भेजा गया। अब वह एनआईए की हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।