
मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर टीएमसी का आरोप
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं और भाजपा ने इस हिंसा को लेकर ममता सरकार पर आरोप लगाया है कि मुर्शिदाबाद के हालात भयावह बने हुए हैं और कई हिन्दू परिवारों को वहां घर छोड़कर भागना पड़ा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा है कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है।
टीएमसी का बड़ा आरोप
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा, “हमें कुछ इनपुट मिल रहे हैं कि मुर्शिदाबाद हिंसा की घटनाओं के पीछे एक बड़ी साजिश थी। केंद्रीय एजेंसियों के कुछ हिस्से, बीएसएफ का एक हिस्सा और दो या तीन राजनीतिक दलों का एक हिस्सा इस साजिश में शामिल था। बीएसएफ की एक टुकड़ी की मदद से सीमा में सेंध लगाई गई। कुछ उपद्रवी घुस आए, अराजकता फैलाई और उन्हें वापस जाने के लिए सुरक्षित रास्ता दिया गया। मैं ‘सीमा’ और ‘बीएसएफ की एक टुकड़ी की मदद से’ शब्दों का इस्तेमाल करता हूं; यह सच है या नहीं, इसकी उचित जांच की जरूरत है।
घोष ने आगे कहा कि स्थानीय लोगों को कोई जाना-पहचाना चेहरा नहीं मिल रहा है। मास्टरमाइंड कौन हैं?… पुलिस कुछ लोगों के खिलाफ कुछ कदम उठा रही है। लेकिन मुख्य मास्टरमाइंड कहां से आए और कहां गए? आरोप है कि बीएसएफ की मदद से पश्चिम बंगाल को बदनाम करने और उन इलाकों में कुछ पाप करने की गहरी साजिश है। ताकि भाजपा और विपक्ष उन पापों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर सके।
भाजपा हिंसा भड़काने की कर रही कोशिश
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया और कहा कि, भाजपा के पास यहां कोई मुद्दा नहीं है। आप भाजपा की पोस्ट में देखिए, उन्होंने कुछ तस्वीरों का इस्तेमाल किया है। हमने बताया है कि ज़्यादातर तस्वीरें दूसरे राज्यों की हैं और वे इसे मुर्शिदाबाद के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। वे बंगाल के लोगों को भड़काने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में हमारी राज्य सरकार और हमारी पार्टी इस साजिश का मुकाबला करने और इसे सामान्य बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है…”