कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी को किसने दबाया? व्हाइट हाउस की नई वेबसाइट पर बड़ा खुलासा


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कोरोना वायरस

COVID-19 lab-leak theory: व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर अब कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी को लेकर एक नया पेज लॉन्च किया गया है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और  पूर्व मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फौसी पर कोरोना वायरस की लीक थ्योरी को दबाने का आरोप लगाया गया है। इस पेज को शुक्रवार को लॉन्च किया गया। इसमें कहा गया है कि कोविड 19 महामारी का कारण बनने वाला वायरस SARS-CoV-2 चीन के वुहान स्थित संक्रामक रोग की लैब से निकला है। यह एक मानव निर्मित वायरस है।

लैब में रिसाव से फैला वायरस

व्हाइट हाउस की वेबसाइट का यह पेज कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति को लेकर एक लंबी बहस को फिर से शुरुआत कर रहा है। जबकि इसकी जांच संघीय एजेंसियों, वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों और कांग्रेस समितियों द्वारा की गई है। जनवरी में, सीआईए ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें निष्कर्ष निकाला गया कि लैब में रिसाव की संभावना है, लेकिन उस निर्णय में विश्वास कम जताया गया है। 

सीआईए ने पहले कहा था कि उसके पास यह निर्धारित करने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है कि वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि वह सभी परिकल्पनाओं पर विचार कर रहा है जिसमें यह थ्योरी भी शामिल है कि यह खतरनाक वायरस वुहान के बाजार में जानवरों से लोगों में फैला।

नया वेबपेज उस वेबसाइट पर है जो कोविड-19 वैक्सिनेशन के लिए संसाधन के तौर पर काम करती थी। अब इस पर एक बैनर लगा है जिस पर लिखा है: “लैब लीक, कोविड-19 की असली उत्पत्ति।” बैनर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भी दिखाया गया है।

बाइडेन और फौसी ने सच्चाई छिपाने की कोशिश की

‘लैब-लीक’ पेज पर पूर्व मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. फौसी और तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन पर कोरोनावायरस की उत्पत्ति को छिपाने का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि पिछले प्रशासन ने सच्चाई को छिपाने की पूरी कोशिश की। 

व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, “यह वेबसाइट कोविड-19 की वास्तविक उत्पत्ति को दर्शाती है और यह भी बताती है कि कैसे डेमोक्रेट्स और मीडिया ने वैकल्पिक स्वास्थ्य उपचारों और लैब-लीक थ्योरी को बदनाम किया।”

लैब-लीक थ्योरी क्या है?

यह संदेह है कि कोरोनावायरस गलती से या किसी और तरह से  मध्य चीन के शहर वुहान की एक प्रयोगशाला से बाहर आया होगा। सबसे पहले कोरोना वायरस के मामले यहीं सामने आए थे। इस थ्योरी के समर्थक वुहान में एक खास बाइलॉजिकल रिसर्च फैसिलिटी की ओर इशारा करते हैं।  वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) एक दशक से अधिक समय से चमगादड़ों में कोरोनावायरस का अध्ययन कर रहा है। यह संस्थान हुआनान वेट मार्केट से 40 मिनट की ड्राइव दूर है, जहां सबसे पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आने शुरू हुए। जो लोग इस थ्योरी को मानते हैं, उनका कहना है कि यह वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) लैब से लीक होकर वेट मार्केट में फैला होगा। 

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