दिल्ली एयरपोर्ट पर जब एक दिन में 900 फ्लाइट्स हुई लेट, तो रोकना पड़ गया अपग्रेडेशन कार्य


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दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने अपने एक रनवे पर अपग्रेडेशन कार्य को रोक दिया है। दरअसल, दिल्ली एयरपोर्ट ने रविवार यानी 20 अप्रैल को अपने एक रनवे पर अपग्रेडेशन कार्य के चलते विमान परिचालन को रोक दिया था, जिससे एयर ट्रैफिक में भारी जाम और उड़ानों में देरी का सामना करना पड़ा। इस अचानक रुकावट के कारण करीब 900 फ्लाइट्स प्रभावित हुईं और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। इसके बाद अपग्रेडेशन कार्य को रोकने का फैसला लिया गया।

मई के पहले सप्ताह में रनवे 10/28 को अस्थायी रूप से फिर से खोला जा रहा है। रनवे 10/28 वर्तमान में Instrument Landing System (ILS) अपग्रेडेशन प्रक्रिया से गुजर रहा है, को सर्दी के मौसम में घने कोहरे के दौरान कम दृश्यता वाली स्थिति में बेहतर संचालन के लिए बंद किया गया था। हालांकि, इस रनवे के बंद होने के बाद, एयरपोर्ट की क्षमता में भारी कमी आई और केवल 31-32 उड़ानों का आगमन प्रति घंटे हो पा रहा था, जबकि सामान्य रूप से यह संख्या 45 उड़ानों तक होती थी, जिससे हवाई यात्रा में बड़ी देरी और समस्याएं उत्पन्न हो गईं।

अपग्रेडेशन कार्य हुआ स्थगित

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने एक बयान जारी कर कहा कि रनवे 10/28 पर ILS उन्नयन कार्य अस्थायी रूप से रोक दिए गए हैं और यह रनवे मई के पहले सप्ताह में फिर से खोल दिया जाएगा। बाकी अपग्रेडेशन कार्यों को एक महीने के लिए स्थगित कर दिया गया है। DIAL के सीईओ, विद्ये कुमार जयपुरिया ने पुष्टि की कि रनवे अपग्रेडेशन के सभी कार्य सितंबर तक पूरे हो जाएंगे, जो कि सर्दी के मौसम से पहले होगा।

एक वरिष्ठ एटीसी यानी एयर ट्रैफिक कंट्रोल अधिकारी ने बताया कि रनवे 10/28 की बंदी का उड़ान कार्यक्रम पर विशेष प्रभाव पड़ा है, खासकर बदलते हुए हवाओं के कारण, जिससे अन्य रनवे उतने प्रभावी नहीं रहे। इस रनवे की अनुपस्थिति से आगमन की दर में भारी कमी आई और शेष तीन रनवे पर अतिरिक्त दबाव पड़ा।

वर्तमान में दिल्ली एयरपोर्ट पर 4 रनवे हैं- 

  1. RW 09/27
  2. RW 11R/29L
  3. RW 11L/29R
  4. RW 10/28 

इनमें से RW 10/28 पूरी तरह से CAT III ऑपरेशंस के अनुरूप नहीं है, जो कि कम दृश्यता वाली परिस्थितियों में सुरक्षित लैंडिंग के लिए आवश्यक होते हैं, जैसे कि घना कोहरा। इन समस्याओं से निपटने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट (ATFM) सिस्टम लागू किया है, जो उड़ानों के टेक-ऑफ और लैंडिंग की प्रक्रियाओं को अधिक सटीक और व्यवस्थित बनाने में मदद करता है।

हालांकि, इन कठिनाइयों के बावजूद DIAL ने यह स्पष्ट किया कि रनवे का उन्नयन हवाई अड्डे की दीर्घकालिक सुरक्षा और संचालन क्षमता के लिए आवश्यक है, खासकर जब दिल्ली एयरपोर्ट पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और गर्मी की छुट्टियों के मौसम में इस रनवे के फिर से खुलने से एयरलाइन ऑपरेशंस को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

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