
तेलंगाना में 14 माओवादियों ने गुरुवार को हथियार डाल दिए।
हैदराबाद: तेलंगाना में गुरुवार को प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 14 सदस्यों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, सरेंडर करने वालों में 2 एरिया कमेटी सदस्य (ACM) भी शामिल हैं। इन माओवादियों ने वारंगल पुलिस आयुक्तालय में मल्टी जोन-1 के पुलिस महानिरीक्षक एस. चंद्रशेखर रेड्डी के समक्ष हथियार डाले। रेड्डी ने बताया कि इस साल अब तक 250 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि जनवरी 2025 से अब तक 12 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना पुलिस के ‘ऑपरेशन चयुथा’ के तहत माओवादियों को सरेंडर के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
‘माओवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे’
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा है कि माओवादियों को प्रोत्साहन के तहत कल्याणकारी योजनाओं और आदिवासी समुदायों के लिए शुरू की गई विकास योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से कई माओवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं। सरेंडर करने वाले कई माओवादी पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से हैं। जब रेड्डी से छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर कर्रगुट्टा की पहाड़ियों में चल रहे जॉइंट सर्च ऑपरेशन के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ पुलिस और CRPF द्वारा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना पुलिस इसमें शामिल नहीं है।
सुरक्षाबलों ने 3 माओवादियों को मार गिराया
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर गुरुवार को हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 3 माओवादियों को मार गिराया। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से लगी तेलंगाना सीमा पर माओवादी गतिविधियों की सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों का एक संयुक्त दल माओवाद विरोधी ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। कर्रगुट्टा की पहाड़ियों वाले सीमावर्ती इलाके में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान 3 माओवादी मारे गए। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से 3 माओवादियों के शव बरामद किए हैं, और इस एनकाउंटर में अन्य माओवादियों के भी मारे जाने की संभावना है।