कांग्रेस ने क्यों नहीं कराई जातिगत जनगणना? शिवराज सिंह चौहान का विपक्ष पर बड़ा हमला


जातिगत जनगणना पर शिवराज सिंह चौहान ने दी राय।
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जातिगत जनगणना पर शिवराज सिंह चौहान ने दी राय।

भारत में इस वक्त पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गुस्से का माहौल है। इस बात की चर्चा जारी है कि सरकार आतंकियों और इसके आका पाकिस्तान को कैसे जवाब देगी। वहीं, इस बीच केंद्र की मोदी सरकार ने पूरे देश में जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया है। बता दें कि इस लाल के आखिर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में जातिगत जनगणना का फैसला मोदी सरकार का बड़ा कदम माना जा रहा है। इन सभी मुद्दों पर अब केंद्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है।

भाजपा कहती है यह मास्टरस्ट्रोक है, कुछ लोग कहते हैं जातिगत आरक्षण का जिन्न आपने बाहर लाया?

शिवराज- हमारे लिए कोई भी फैसला ना तो मास्टरस्ट्रोक है ना वोट है। सारे फैसले देश हित में और समाज के सभी वर्गों के सामाजिक और आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए किए जाते हैं। आर्थिक सशक्तिकरण सबके लिए हो। जाति का जनगणना का यह फैसला सुशासन देने का आधार बनेगा। यह सामाजिक न्याय की नींव बनेगा।

बिहार चुनाव के समय जातिगत जनगणना कराना राजनीतिक फायदे के लिए टाइमिंग है?

शिवराज- विपक्षी इंडी गठबंधन वाले श्रेय लेने की उछल कूद भी कर रहे हैं और रो भी रहे हैं। वह यह तो बताएं कि नेता प्रतिपक्ष जी कि कितने वर्षों तक उनकी पार्टी ने राज किया। देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जाति की जनगणना क्यों नहीं की। नेहरू जी ने तो पत्र लिखकर जातिगत आरक्षण से असहमति व्यक्त की थी। मुख्यमंत्री को पत्र लिखे वह रिकॉर्ड में है। इंदिरा जी ने क्या किया, राजीव जी ने क्या किया इस मुद्दे पर। फिर से पावर में आई सोनिया गांधी जी एक तरीके से सुपर पावर थी। दिवंगत नेता मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे तब जाति का जनगणना क्यों नहीं करवाई। पार्लियामेंट में मांग उठी थी एक कमेटी बनी थी मंत्रियों की, GOM बना था। केवल सर्वे करा कर रह गए। उसके आंकड़े बाहर नहीं आए। जब सत्ता में कांग्रेस होती है तब करती नहीं है। जब विपक्ष में होती है तब मांग करती है। हाथी के दांत खाने के और दिखाने की और।

आप मंडल कमीशन और काका कालेकर कमेटी का उल्लेख करते हैं, जब गृह मंत्री बूटा सिंह ने इसे रिजेक्ट किया था

शिवराज- रिजेक्ट ही किया था, तत्कालीन गृहमंत्री ने खारिज किया था। पिछड़े वर्गों को न्याय नहीं देने का अपराध किसी और ने किया है तो वह कांग्रेस ने किया है।

राहुल गांधी कहते हैं टाइमलाइन क्या है, कब से जातिगत आरक्षण शुरू होगा?

शिवराज- कोई उनसे पूछ कर टाइमलाइन थोड़ी ना तय करेंगे। जाति की जनगणना जब होगी टाइमलाइन तब सामने आएगी। पूरे वैज्ञानिक तरीके से होगी। राहुल गांधी तो पता नहीं क्यों तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने किया नहीं है लेकिन हमारे कारण ही हुआ है श्रेय लेने की होड़ और इस ढंग की बातें कर रहे थे कि तेलंगाना में हो गया तेलंगाना में सर्वे हुआ है, मैंने तो सलाह दिए। पहले वह किसी अच्छे टीचर से संविधान को समझें

आरक्षण की जो 50 फीसदी तक की सीमा है उससे कैसे आगे जाएंगे?

शिवराज- अभी तो जातिगत जनगणना होगी सटीक आंकड़े योजनाओं को प्रमाणिकता से बनाने में मदद करेंगे।

आपकी पार्टी के नेता कहते थे जाति की जनगणना यानी देश तोड़ने की बात है, ज्ञान की बात होती थी गरीब युवा आदिवासी नारी शक्ति?

शिवराज- कुछ राज्यों ने प्रारंभ की यह गणना या सर्वे। कई जगह भ्रम की स्थितियां बन रही थी। कुछ राज्यों में तो इसके कारण कई तरह की बातें और असंतोष था। इसलिए जरूरी था क्योंकि जनगणना का विषय केंद्र का विषय है। इसलिए वैज्ञानिक तरीके से पूर्णतया पारदर्शी तरीके से समाज के आर्थिक और आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए देश में जाति की जनगणना होगी।

पहलगाम मामले में देश इंतजार कर रहा है किस तरीके के काम देखने जा रहे हैं?

शिवराज- जो कुछ कहा है प्रधानमंत्री जी ने कहा उसके अतिरिक्त मुझे कुछ नहीं कहना है।

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