
मॉक ड्रिल करती प्रशासन
केंद्रीय ग्रह मंत्रालय के निर्देश पर पूरे देश समेत मध्य प्रदेश में भी मॉक ड्रिल की गई। साढ़े 7 बजे ब्लैक आउट का सायरन भी बजा। ग्वालियर में खास तौर पर सिरोल इलाके में, एक नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस ड्रिल में हवाई हमले के सायरन, ब्लैकआउट और सार्वजनिक निकासी रिहर्सल जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इसके अलावा प्रशासन ने गोला का मंदिर ITI तिराहे पर भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस दौरान स्कूल बस से अमोनिया गैस से भरा एक टैंकर टकरा गया। हादसे के बाद क्षेत्र में गैस रिसाव होने लगा। इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस, एयरफोर्स, NDRF और SDRF ने मिलकर रेस्क्यू कार्य किया। इस दौरान ITI चौराहे से बिरला हॉस्पिटल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। मॉक ड्रिल अभ्यास कर रही संयुक्त फोर्सेज़ ने कैमिकल विशेषज्ञों की मदद से गैस रिसाव को रोका।
इंदौर में भी हुई मॉक ड्रिल
इसी तरह एमपी के इंदौर में भी 54 सालों बाद सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल हुई। जहां मॉक ड्रिल के दौरान इंदौर के डेंटल कॉलेज को प्रतीकात्मक रूप से एक हॉस्टल बनाया गया। जिसमें हमले के बाद लगी आग से रेस्क्यू करने की मॉक ड्रिल की गई। प्रतीकात्मक रूप से बनाए गए हॉस्टल में रहने वाले 200 छात्रों में से दूसरी मंजिल पर फंसे 26 छात्रों को सिविल डिफेंस टीम ने रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई। इस दौरान पुलिस बल के साथ SDRF, होम गार्ड, नगर निगम, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रही। दूसरी छत पर मौजूद 26 लोगों का रस्सी के सहारे रेस्क्यू किया गया। इस दौरान रेडियो कम्युनिकेशन स्वास्थ्य विभाग ने अपने कंट्रोल रूम भी बनाएं।
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