
कर्नल सोफिया कुरैशी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी एक ऐसा नाम बन गई हैं, जिनकी तारीफ पिछले तीन दिन से हो रही है। भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उनके शांत नियंत्रण और स्पष्टता ने लोगों का दिल जीत लिया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी ने आगे बढ़कर भारत की सेना का नेतृत्व किया। न केवल रणनीतिक विवरणों को रेखांकित किया, बल्कि ताकत, एकता और राष्ट्रीय गौरव का भी प्रतीक बनाया। इसी बीच कर्नल कुरैशी का एक पुराना वीडियो वायरल हो गया है, जिसे देखने के बाद लोगों का कहना है कि उनकी क्षमता का अंदाजा पहले ही लगाया जा सकता था। इस वीडियो में उनकी पुरानी विरासत पर भी गहराई से समझ देखने को मिल रही हैष
सोफिया का पुराना वीडियो वायरल
2017 में सोफिया ने एक इंटरव्यू दिया था, जो अब वायरल हुआ है। इसमें उनकी पृष्ठभूमि की एक आकर्षक झलक मिलती है, जिसमें उन्होंने एक शक्तिशाली पैतृक संबंध का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उनकी परदादी ने 1857 के विद्रोह के दौरान रानी लक्ष्मीबाई के साथ लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा, ‘मैं एक फौजी लड़की हूं, इसलिए मैं सेना के माहौल से परिचित हूं और इतना ही नहीं, मेरी परदादी रानी लक्ष्मीबाई के साथ थीं, वह एक महिला योद्धा थीं।’ इसी कड़ी में उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे दादाजी, जो सेना में भी थे, वे कहा करते थे कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह सतर्क रहे और अपने देश और राष्ट्र के लिए खड़ा हो।’
यहां देखें वीडियो
बचपन से था जज्बा
सेवा की इस बहु-पीढ़ी परंपरा ने स्पष्ट रूप से उनके मूल्यों को आकार दिया है। एक सैन्य परिवार में पली-बढ़ी, वह कहती है कि यह उनकी मां थी जिसने उन्हें या उनकी जुड़वां बहन को सेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। जबकि कर्नल कुरैशी ने भारतीय सेना के माध्यम से आह्वान का जवाब दिया। उनकी बहन, मॉडल और निर्माता शायना सुनसारा, टेलीविजन ब्रीफिंग को देखकर गर्व से मुस्कुराईं। शायना ने एचटी सिटी से कहा, ‘हम सेना के बच्चे हैं। उस समय महिलाएं सेना में शामिल नहीं हो सकती थीं, लेकिन फिर भी हम दोनों ही ऐसा करना चाहती थीं।’ उन्होंने बताया कि कैसे सोफिया ने एक रास्ता निकाला, ‘वह कहती थी कि मैं DRDO की वैज्ञानिक बनकर सेना में जाऊंगी! अगर नहीं, तो वह पुलिस में शामिल हो जाती।’