
पूर्व पीएम नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अब पूर्व पीएम नवाज शरीफ भी लंदन से अपने स्वदेश लौट आए हैं। इस्लामाबाद में वह अपने नेताओं के साथ बैठकें ले रहे हैं।
गुरुवार देर शाम शहबाज शरीफ संग की बैठक
सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के प्रमुख नवाज शरीफ ने गुरुवार देर शाम प्रधानमंत्री आवास में एक सुरक्षा बैठक में भाग लिया। नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारत के साथ कूटनीतिक रूप से तनाव कम करने की सलाह दी।
भारत का ऑपरेशन सिंदूर से डरा पाकिस्तान
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में बुधवार तड़के भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इसके बाद पाकिस्तान ने 15 भारतीय शहरों पर हमला करने का असफल प्रयास किया। भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप है।
अक्रामक रुख अपनाने के पक्ष में नहीं हैं नवाज शरीफ
पाकिस्तान के न्यूजपेपर द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ चाहते हैं कि सरकार दोनों परमाणु-सशस्त्र राज्यों के बीच शांति बहाल करने के लिए सभी उपलब्ध राजनयिक संसाधनों का उपयोग करें। नवाज शरीफ के हवाले से कहा गया कि मैं (भारत के खिलाफ) आक्रामक रुख अपनाने के पक्ष में नहीं हूं।
तनाव बढ़ने के बाद आना पड़ा वापस
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा कि नवाज शरीफ दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए लंदन से पाकिस्तान लौटे हैं। वह पर्दे के पीछे से काम कर रहे थे। बढ़ते तनाव के बीच नवाज शरीफ को गुरुवार को औपचारिक रूप से सामने आना पड़ा है।
नवाज शरीफ ने भारत-पाक तनाव का आकलन करने के लिए पीएम हाउस में बुलाई गई उच्च स्तरीय नागरिक-सैन्य बैठक में भाग लिया। अखबार ने कहा कि चूंकि उनके पास कोई सरकारी विभाग नहीं है, इसलिए उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी सरकार के प्रमुख की हैसियत से बैठक में भाग लिया।
बता दें कि नवाज शरीफ 1999 के कारगिल वार के दौरान प्रधानमंत्री थे। इस बीच, शुक्रवार को नेशनल असेंबली (पाकिस्तानी संसद) ने सर्वसम्मति से भारत के खिलाफ पाकिस्तान की सैन्य प्रतिक्रिया का समर्थन किया। पाकिस्तान ने इसे राष्ट्रीय एकता का प्रदर्शन बताया है। (पीटीआई के इनपुट के साथ)