
मिलिंद देवड़ा
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता पर शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा का बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद पर भरोसा करना “ग्रेनेड से हाथ मिलाने” जैसा है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी संघर्षविराम के बावजूद श्रीनगर में विस्फोटों की आवाजें सुनने की बात कही थी।
“…तो संघर्षविराम का कोई मतलब नहीं”
पाकिस्तान ने जमीन, वायु और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने के लिए दोपहर में बनी द्विपक्षीय सहमति का उल्लंघन किया। इसे लेकर राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “जब दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी सिंडिकेट सिर्फ लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद न होकर, खुद पाकिस्तान सरकार है, तो संघर्षविराम का कोई मतलब नहीं है।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने तीखे शब्दों में कहा कि पाकिस्तान पर भरोसा करना उतना ही खतरनाक है जितना कि “ग्रेनेड” से हाथ मिलाना।
सीजफायर लागू होने के बाद पाक ने की नापाक हरकत
बता दें कि बीते तीन दिनों तक चले संघर्ष के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता हुआ था। शनिवार को ही पाकिस्तान और भारत के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने हॉटलाइन पर बातचीत के बाद जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी रोकने पर सहमति जताई थी। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि शनिवार शाम 5.0 बजे से सीजफायर लागू हो गया है, लेकिन महज चार घंटे के अंदर ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और सीमा पार से गोलीबारी शुरू कर दी। साथ ही, कई शहरों को ड्रोन के जरिए निशाना बनाया। (इनपुट- भाषा)
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