‘दे दो जितनी गालियां देनी है’, सीजफायर पर पहले एक्टर ने कही ये बात, हुए ट्रोल तो सताई परिवार की चिंता


Aly goni
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फैमिली के साथ अली गोनी।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने आम लोगों से लेकर सितारों को चिंतित कर दिया था। फिलहाल सीजफायर के बाद अब दोनों देशों की सीमाओं पर तनाव थम गया है। इस पर लगातार भारतीय सिनेमा और टीवी के कलाकारों का रिएक्शन सामने आ रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए एक्टर अली गोनी ने सोशल मीडिया पर अपनी राय साझा की, जिसके चलते उन्हें आलोचना और ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है। अली ने पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्ष विराम उल्लंघनों की आलोचना की और जम्मू में अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद एक्टर को बुरी तरह ट्रोल किया गया और अब उन्होंने ट्रोल्स को जवाब दिया है और साफ किया कि किसी को जो कुछ भी कहना है वो कह सकता है, लेकिन वो अपने परिवार के लिए चिंतित हैं। 

अली ने पहले किया था ये पोस्ट

अली इस वक्त भारत में नहीं हैं और वियतनाम में शूटिंग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब जम्मू में ड्रोन हमले और धमाके हो रहे थे, तब उनका परिवार वहीं मौजूद था। इस पर उन्होंने इंस्टाग्राम पर कुछ पारिवारिक तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं भारत से बाहर फंसा हुआ हूं और नींद से व्याकुल हूं। मेरा परिवार जम्मू में कल रात के हमले को झेल रहा है। बच्चे और माता-पिता ड्रोन के डर के बीच हैं, जबकि कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस स्थिति का महिमामंडन कर रहे हैं।’

ट्रोलिंग के बाद अली गोनी का रिएक्शन

इस पोस्ट के बाद उन्हें काफी ट्रोल किया गया, खासकर जब उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘उर्दू में लिखकर भेजो, अंग्रेजी में समझ नहीं आया होगा।’ इस टिप्पणी के लिए उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी। हालांकि इन सभी प्रतिक्रियाओं के बावजूद अली गोनी ने एक्स पर साफ शब्दों में कहा कि वह अपनी राय से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने लिखा, ‘दे दो जितनी गालियां देना चाहते हो। लोग मुझे गाली देना चाहते हैं तो कृपया देते रहें, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं अब भी अपने राज्य, अपने परिवार और अपने देश के लिए शांति चाहती हूं। यह मेरी राय है और यह नहीं बदलेगी।’

यहां देखें पोस्ट

परिवार के लिए चिंतित हैं एक्टर

इससे पहले भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी पाकिस्तान को संघर्ष विराम उल्लंघन पर गंभीर और जिम्मेदार रवैया अपनाने की सलाह दी थी। अली गोनी का यह स्टैंड बताता है कि उनके लिए शांति सिर्फ एक राजनीतिक विषय नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत चिंता का विषय है, खासकर जब उनका परिवार उस क्षेत्र में है जो सीधे तौर पर खतरे की जद में है।





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