
रोशनी पगारे और पुनीत विनोदराव वाटेकर की फोटो
नांदेड़: महाराष्ट्र के नांदेड़ में दो दिनों में दो छात्रों ने खुदकुशी की है। इन घटनाओं से इलाके में हड़कंप है। दरअसल 10वीं कक्षा में 73% अंक लाने के बावजूद एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली। वहीं दूसरी ओर शिक्षक द्वारा मानसिक प्रताड़ना के कारण नर्सिंग कॉलेज के तीसरे साल के एक छात्र ने भी जान दे दी। मृतक छात्र की मां और बहन ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है पूरा मामला?
अंबानगर निवासी एक छात्रा रोशनी पगारे ने 10वीं कक्षा में कम अंक आने से निराश होकर अपने घर पर पंखे से रस्सी बांधकर खुदकुशी कर ली। यह मामला बुधवार के शाम चार बजे के दौरान सामने आया। घटना 14 मई को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सांगवी इलाके के अंबानगर में घटी। मृतक लड़की का नाम रोशनी पगारे है। रोशनी ने 10वीं कक्षा में 73 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। वह 80 से 85% अंक न मिलने के कारण हताश थी। रोशनी पगारे सावित्रीबाई फुले स्कूल में थी। वह स्कूल में एक होशियार लड़की के रूप में जानी जाती थी।
दूसरे दिन गुरुवार को नांदेड़ में एक घटना सामने आई जहां एक नर्सिंग छात्र ने अपने कॉलेज के शिक्षकों द्वारा परेशान किए जाने के बाद गोदावरी नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली। छात्र 12 मई से लापता था। उसका शव 15 मई को हासापुर के पास गोदावरी नदी में मिला। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेजा गया। इस मामले में खुसरवाड़ी स्थित मेमोरियल स्कूल ऑफ नर्सिंग के शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर छात्रों ने गुरुवार को पूरे दिन धरना दिया।
इस मामले में वजीराबाद पुलिस स्टेशन में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस निरीक्षक परमेश्वर कदम ने बताया कि मामले की आगे जांच की जा रही है। छात्र पुनीत विनोदराव वाटेकर की उम्र 20 साल थी। वह खुपसरवाड़ी स्थित मेमोरियल स्कूल ऑफ नर्सिंग में तीसरे वर्ष के छठे सेमेस्टर का छात्र था।
यह छात्र मूल रूप से अमरावती जिले के शिरसोली का रहने वाला था। वह धनगरवाड़ी में किराए पर रह रहा था। उनकी बहन श्वेता वाटेकर भी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। फिलहाल कॉलेज में परीक्षा फार्म भरे जा रहे हैं। छात्रों ने आरोप लगाया है कि कॉलेज स्टाफ छात्रों पर इस कोर्स के असाइनमेंट पूरा करने के लिए दबाव बना रहा था। (इनपुट: विलास आड़े, नांदेड़)