
दयानंद आर्य स्कूल, नागपुर
महाराष्ट्र के नागपुर में एक स्कूल ने हैरान कर देने वाला काम किया है। स्कूल एक छात्रा को महज इसलिए एडमिशन नहीं दिया क्योंकि वह मुस्लिम थी। अब इस स्कूल के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोप है कि छात्रा को कई बार स्कूल के चक्कर भी लगवाए गए लेकिन फिर भी एडमिशन नहीं दिया गया, जिसके बाद मामला पुलिस स्टेशन पहुंचा और पुलिस ने BNS की धारा 299 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
धर्म के कारण नहीं दिया एडमिशन
मामला नागपुर के दयानंद आर्य स्कूल का है, स्कूल पर एक मुस्लिम महिला मीर मसंद ने आरोप लगाया कि वह स्कूल में अपनी बेटी का एडमिशन कराना चाहती थी लेकिन स्कूल वाले उसे बार-बार दौड़ते रहे और धर्म के कारण एडमिशन नहीं दिया। मीर मसंद ने बताया कि उसकी बेटी ने पहले किसी और स्कूल से कक्षा 5वीं पास की थी और अब उसे कक्षा 6वी में एडमिशन लेना था इसी कारण वह इस स्कूल में गई थी।
सचिव और प्रिंसिपल ने एडमिशन लेने का बताया कारण
महिला ने यह भी बताया कि जब स्कूल से कारण पूछा गया तब स्कूल के सचिव राजेश लालवानी और प्रिंसिपल सिमरन ने कह दिया कि उनके स्कूल में मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को एडमिशन नहीं दिया जाएगा। इस घटना के बाद छात्र के अभिभावक पुलिस थाने पहुंचे और नागपुर की जरीपटका पुलिस ने स्कूल मैनेजमेंट और प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस जांच में जुटी
मामले को लेकर जरीपटका पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अरुण खोब्रागडे ने कहा कि प्राथमिक तौर पर मुस्लिम धर्म के आधार पर एडमिशन नकारने की बात सच साबित हो रही है जिसके बाद पुलिस ने स्कूल के सचिव राजेश लालवानी,एडमिशन इंचार्ज सिमरन और टीचर अनीता आर्या के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
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