गाजियाबाद में कोरोना के 4 केस मिले, 3 घर में आइसोलेट, एक अस्पताल में भर्ती, दो मरीज बेंगलुरू से लौटे थे


Covid-19
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कोविड-19

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कोरोना के चार मामले सामने आए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तरफ से शुक्रवार (23 मई) को इसकी पुष्टि की गई। अधिकारी की तरफ से बताया गया कि चार मरीजों में से तीन अपने घर में ही आइसोलेट हैं और एक मरीज अस्पताल में भर्ती है। इन सभी मरीजों को सर्दी, जुकाम और बुखार की शिकायत थी। एक बुजुर्ग दंपति भी कोविड संक्रमित पाए गए हैं। ये दोनों 13 मई को बेंगलुरू से लौटे थे।

ये मरीज मिले कोविड पॉजिटिव

1. 18 वर्षीय, बृजविहार, गाजियाबाद निवासी महिला को 18 मई से खांसी, जुकाम, बुखार की शिकायत थी। महिला यशोदा अस्पताल कौशाम्बी में जांच उपरान्त कोविड पॉजिटिव पायी गयी है। वर्तमान में मरीज यशोदा अस्पताल कौशाम्बी में भर्ती है। 


2. वसुन्धरा निवासी दंपति जोकि बैगलुरू से 13 मई को वापस गाजियाबाद लौटे थे। 16 मई से ये खांसी, बुखार की समस्या से ग्रसित थे। डॉक्टर की सलाह पर पति उम्र 71 साल और पत्नी उम्र 64 वर्ष ने कोविड जांच कराई। दोनों कोविड पॉजीटिव पाए गए। दोनों मरीज वर्तमान में घर पर ही स्वस्थ हैं। 

3. वैशाली निवासी 37 वर्षीय महिला को 4-5 दिन से खांसी, जुखाम की शिकायत थी। डॉक्टर की सलाह पर उसने जांच कराई, जिसमें कोविड पॉजिटिव पाई गई। मरीज वर्तमान में स्वस्थ है। 

सीएम योगी ने की समीक्षा

योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोविड-19 के ताजा उपवेरिएंट जेएन.1 से संबंधित वैश्विक और राष्ट्रीय स्थिति को देखते हुए प्रदेश में कोविड-19 की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण को लेकर चिंता जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए सावधानी और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि भारत सरकार ने कोविड-19 को लेकर कोई नए दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं, फिर भी थाईलैंड, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में जेएन.1 उपवेरिएंट के चलते संक्रमितों की संख्या में हुई वृद्धि को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में भी सतत निगरानी आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और स्वास्थ्य इकाइयां सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की पिछली लहरों के दौरान जिला अस्पतालों में बनाए गए 10-10 बिस्तरों वाले आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संयंत्र जैसी सुविधाओं को स्थायी रूप से सक्रिय रखा जाए। इन सुविधाओं का नियमित परीक्षण और आवश्यकतानुसार रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। 

(गाजियाबाद से जुबैर अख्तर की रिपोर्ट)





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