
मृतक इशिका
राजस्थान के बारां में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों फरार हो गए। आरोपियों ने हत्या जयपुर में की, लेकिन शव को बारां के एक गांव में लाकर अलमारी में रख दिया और फरार हो गए। घर से बदबू आने पर मकान मालिक ने अलमारी खोली तो खून देखकर दंग रह गया। तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बोरी खोली तो चार साल की बच्ची का शव मिला, जिसकी पहचान इशिका के रूप में हुई है।
मामला बारां के भंवरगढ़ थाना क्षेत्र के जैतपुरा गांव का है। यहां शनिवार को मकान मालिक की सूचना पर लोहे की अलमारी से चार साल की बालिका का शव बरामद किया है। यह शव प्लास्टिक के कट्टे में रखा गया था। पुलिस ने बताया कि जयपुर में लिव इन में रह रहे प्रेमी जोड़े ने जयपुर में बालिका की हत्या की और शव को ठिकाने लगाने और सबूत मिटाने के लिए जैतपुरा ले आए। हालांकि, दोनों आरोपी फरार हैं।
प्लास्टिक के कट्टे में मिला शव
सहायक उप निरीक्षक हुकम चंद नागर ने बताया कि शनिवार को थाना क्षेत्र के जैतपुरा गांव निवासी जयराम बैरवा ने सूचना दी कि उसके घर के कमरे में रखी लोहे की अलमारी से बदबू आ रही थी। उसने अलमारी को खोलकर देखा तो सफेद प्लास्टिक के कट्टे से खून बह रहा था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सहायक उप निरीक्षक नागर, हैड कांस्टेबल भानू प्रताप सिंह ने अलमारी में रखे कट्टे को खोलकर देखा तो उसमें एक बच्ची का शव था। इसकी पहचान इशिका 4 के रूप में हुई। यह महावीर के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही रोशन बाई की पुत्री की है। नागर ने बताया कि शव को चुन्नी में बांध कर रखा था। उसे पोस्टमाटर्म के लिए भंवरगढ़ के राजकीय चिकित्सालय लाए और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।
दो दिन पहले हुई हत्या
हेड कांस्टेबल भानू प्रताप सिंह ने बताया कि फरियादी जयराम ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया गया कि मृतक बालिका का नाम इशिका है। यह उसके लड़के महावीर की दूसरी पत्नी (लिवइन रिलेशनशिप ) रोशन बाई की लड़की है। महावीर और रोशन ने जयपुर में इशिका की हत्या की और शव को छुपाने और सबूत मिटने के लिए वे जैतपुरा पहुंच गए। जयपुर से मिली सूचना के अनुसार घटना सांगानेर रेलवे स्टेशन के पास की है। यहां पर महावीर और रोशन बाई ने इशिका की दो दिन पूर्व गला दबाकर हत्या कर दी।
सात महीने से लिव इन में थी आरोपी मां
मृतका इशिका की मां 7 महीने से महावीर के साथ जयपुर में रह रही थी। इशिका की मां की पहली शादी टोंक में रविंदर बैरवा के साथ हुई थी। यह उसकी ही पुत्री थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बालिका का शव अंतिम संस्कार के लिए फरियादी जय राम बैरवा को सुपुर्द कर दिया है। वहीं आरोपी की तलाश के लिए टीम गठित कर दी है।
(बारां से राम मेहता की रिपोर्ट)