
गाजा पट्टी में खाने का इंतजार कर रहे लोगों पर गोलीबारी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
रफह: गाजा पट्टी में एक बार फिर फिलिस्तीनियों पर ऐसा कहर टूट पड़ा है कि हर तरफ तबाही का मंजर है। यहां भोजन लेने के लिए सहायता केंद्र जाते समय कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इजराइली बलों ने इजराइल समर्थित संस्था द्वारा संचालित सहायता स्थल से लगभग एक किलोमीटर (1,000 गज) दूर भीड़ पर फायरिंग की। सेना ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि उसे ‘‘मानवीय सहायता वितरण स्थल के भीतर इजराइली सेना की गोलीबारी से हुई हानि के बारे में जानकारी नहीं है।’’
गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन ने क्या कहा?
‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ द्वारा सहायता आपूर्ति का वितरण किए जाने के दौरान अराजकता की स्थिति रही है। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इजराइली सैनिकों ने सहायता वितरण स्थलों के पास भीड़ पर गोलीबारी की। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, रविवार से पहले कम से कम छह लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए। ‘फाउंडेशन’ का कहना है कि उसके स्थलों की सुरक्षा कर रहे निजी सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई जबकि इजराइली सेना ने चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाने की बात स्वीकार की है।
फाउंडेशन ने पहले एक बयान में कहा था कि रविवार की सुबह 16 ट्रकों से भेजी गई सहायता वितरित की गई और इस दौरान ‘‘कोई घटना नहीं हुई।’’ गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 31 लोग मारे गए हैं तथा 170 अन्य घायल हुए हैं। इससे कुछ घंटे पहले, ‘रेडक्रॉस’ द्वारा संचालित एक अस्पताल के अधिकारियों ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया था कि गाजा पट्टी में इजराइल समर्थित एक संगठन से सहायता आपूर्ति प्राप्त करने के लिए जाते समय रविवार को कम से कम 21 फलस्तीनियों की मौत हो गई और 175 अन्य लोग घायल हो गए।
मौके पर मौजूद लोगों ने क्या बताया?
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हजारों लोग भोर से कई घंटे पहले ही वितरण स्थल की ओर जाने लगे थे लेकिन जब वे स्थल की ओर बढ़ रहे थे, तो इजराइली सेना ने उन्हें तितर-बितर होने और बाद में आने का आदेश दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब भीड़ लगभग एक किलोमीटर (1,000 गज) दूर पहुंची, तो इजराइली सेना ने देर रात करीब तीन बजे गोलीबारी शुरू कर दी। भीड़ में मौजूद अम्र अबू तेइबा ने कहा, ‘‘नौसेना के युद्धपोतों से, टैंक और ड्रोन के जरिए चारों ओर से गोलीबारी हो रही थी।’’
‘इजराइली सेना को गोलीबारी करते देखा’
प्रत्यक्षदर्शी 40 वर्षीय इब्राहिम अबू सऊद ने भी बताया कि इजराइली सेना ने सहायता वितरण केंद्र की ओर बढ़ रहे लोगों पर गोलियां चलाईं। अबू सऊद ने बताया कि उसने गोलीबारी के कारण घायल हुए कई लोगों को देखा जिनमें एक युवक भी शामिल था, जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसने कहा, ‘‘हम उसकी मदद नहीं कर पाए।’’ 33 वर्षीय मोहम्मद अबू तेइमाने बताया कि उसने सहायता वितरण केंद्र की ओर जा रहे लोगों पर इजराइली सेना को गोलीबारी करते देखा तथा इस गोलीबारी में उसके रिश्ते के भाई और एक अन्य महिला की मौत हो गई। (एपी)
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