
सोने और चांदी की कीमत में सोमवार को फिर तेजी का रुख देखने को मिला। राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 330 रुपये बढ़कर 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु शुक्रवार को 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने बताया कि आज 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 300 रुपये बढ़कर 98,400 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया। बीते सत्र में यह 98,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसके साथ ही सोमवार को चांदी की कीमत 100 रुपये बढ़कर 1,00,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) हो गई।
क्यों है सोने में तेजी का रुख?
खबर के मुताबिक, ग्लोबल लेवल पर, हाजिर सोना 59.21 डॉलर प्रति औंस या 1.80 प्रतिशत बढ़कर 3,348.61 डॉलर प्रति औंस हो गया। अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम आयात पर टैरिफ को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की योजना की घोषणा के बाद बढ़ती अनिश्चितता के बीच सोने की कीमतों में तेजी आई है, जो परसों से प्रभावी होगी। मेहता ने कहा कि भू-राजनीतिक मोर्चे पर, रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और मध्य पूर्व में संघर्षों ने भी सोने की कीमतों को बढ़ाया है।
एक्सपर्ट की क्या है राय
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि निवेशक यूएस मई आईएसएम मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स एंड इंडेक्स (पीएमआई) रिपोर्ट पर नजर रखेंगे, जो दिन में बाद में जारी होने वाली है। कमोडिटी बाजार के एक्सपर्ट की मानें तो, व्यापारी यूएस फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की टिप्पणी का भी इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेड चेयर पॉवेल की टिप्पणी भविष्य की मौद्रिक नीति के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और मूल्य गतिशीलता को प्रभावित करेगी और कीमतों के लिए दिशात्मक कदम के अगले चरण को तय करेगी।
परिसंपत्ति के रूप में रखे गए सोने का मूल्य
रिजर्व बैंक की परिसंपत्ति के रूप में रखे गए सोने (स्वर्ण जमा सहित) का मूल्य 31 मार्च, 2025 तक 57. 12 प्रतिशत बढ़कर 4,31,624. 8 करोड़ रुपये हो गया। बैंकिंग विभाग की परिसंपत्ति के रूप में रखे गए सोने का मूल्य 31 मार्च, 2024 तक 2,74,714. 27 करोड़ रुपये था।
