हैदराबाद: AIMIM सुप्रीमो और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में अरब देशों के दौरे पर जाकर पाकिस्तान के आतंकवादी चेहरे को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब किया। भारत सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर अपनी बात रखने के लिए भेजे गए 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक का हिस्सा रहे ओवैसी ने सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने किया। इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ओवैसी ने अपने दौरे से जुड़ी कई अहम जानकारियां दीं।
ओवैसी ने उड़ाईं पाकिस्तान की धज्जियां
ओवैसी ने अपने इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने अरब देशों में पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को उजागर किया। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान आतंक परस्त है। हमने उनके एयरबेस के रनवे उड़ाए, तो वे बौखलाए और पुंछ में नागरिकों को मारा।’ ओवैसी ने बताया कि मारे गए आतंकियों की नमाज़-ए-जनाज़ा में पाकिस्तानी सेना शामिल थी और उन्हें सलामी दी गई, जो पाक सेना और आतंकियों की साठगांठ का सबूत है।
अरब देशों के दौरों पर क्या बोले ओवैसी?
ओवैसी ने कहा, ‘अरब देशों ने हमारी बात गंभीरता से सुनी और पहलगाम हमले को बर्बर माना। सऊदी अरब के शूरा काउंसिल के चेयरमैन और विदेश राज्यमंत्री के साथ दो घंटे की बातचीत हुई।’ उन्होंने बताया कि अरब देशों ने माना कि पाकिस्तान झूठ बोलता है और भारत आतंकवाद का शिकार है। ओवैसी ने पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में लाने और सऊदी अरब से मिलने वाले फंड को रोकने की अपील की।
पाकिस्तान इस्लाम का ठेकेदार नहीं
पाकिस्तान पर बरसते हुए ओवैसी ने कहा, ‘पाकिस्तान को इस्लाम का मतलब ही नहीं पता। अगर वह इस्लाम को मानता, तो आतंक नहीं फैलाता।’ उन्होंने पूर्व पाकिस्तानी पीएम बेनजीर भुट्टो की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने उनके हत्यारों को बचाया। ओवैसी ने जोर देकर कहा, ‘पाकिस्तान की बातों को मैं जूते की नोंक पर रखता हूं।’
राहुल गांधी के बयान पर ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी के बयान पर ओवैसी ने कहा, ‘राहुल गांधी अपनी पार्टी के बड़े नेता हैं, उनका बयान उनका मसला है।’ उन्होंने भारत-पाक डीजीएमओ की युद्धविराम पर बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, ‘सीजफायर की घोषणा भारत या पाकिस्तान को करनी चाहिए थी, ट्रंप का जानकारी देना ठीक नहीं था।’