
नितिन गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने जहां एक ओर अवैध निर्माण के खिलाफ अपनी नैतिक स्थिति की बात कही, तो वहीं देश से पेट्रोल-डीजल को खत्म करने के अपने संकल्प को दोहराया। इसके साथ ही बताया कि कैसे उन्होंने अपना 50 किलो वजन कम किया।
अवैध निर्माणों पर सख्त रुख
नितिन गडकरी ने घर बनाने में नियमों के पालन पर जोर देते हुए कहा कि उन्होंने अपना घर नियम से बनाया है, इसलिए उन्हें किसी का भी अवैध घर तोड़ने में कोई संकोच नहीं है। उन्होंने कहा, “यदि कोई गड़बड़ करके अवैध घर बनाता है, तो मेरी नैतिक ताकत है कि मैं उसको तोड़ सकता हूं।” उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे नियमों का पालन करें, क्योंकि अब दुनिया में ‘नॉलेज के साथ डोमेस्टिक हैप्पी ह्यूमन इंडेक्स’ की बात चल रही है।
पेट्रोल-डीजल मुक्त भारत का संकल्प
केंद्रीय मंत्री ने देश से पेट्रोल और डीजल को समाप्त करने का अपना संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि देश में गाड़ियां इलेक्ट्रिक, इथेनॉल, बायोडीजल और हाइड्रोजन से चलें। गडकरी ने कहा कि वह बड़े-बड़े कई हाईवे बन चुके हैं, लेकिन एक व्यक्तिगत व्यथा भी साझा की। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने घर के सामने मात्र 2 किलोमीटर सड़क बनाने में 13 साल लगे।
50 किलो वजन घटाया
नितिन गडकरी ने अपनी फिटनेस यात्रा का भी खुलासा किया, जिसमें उन्होंने 50 किलो वजन कम किया है। उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता अब स्वास्थ्य है, क्योंकि ‘हेल्थ इज वेल्थ’ यानी स्वास्थ्य ही धन है। उन्होंने स्वीकार किया कि पहले उनकी जीवनशैली अनुशासित नहीं थी, वे देर रात एक-दो बजे सोते थे और रात में समोसे, आलू बोंडा खाकर सो जाते थे। गडकरी ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद उन्होंने अपनी जीवनशैली में बड़ा बदलाव किया और अब वे रोजाना 3 घंटे योगा करते हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनका वजन 135 किलो था और अब घटकर 85 किलो है, 50 किलो वजन कम हुआ है।
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