
शाहरुख खान और शरद कपूर।
बॉलीवुड में कुछ चेहरे ऐसे होते हैं जो भले ही हीरो न हों, लेकिन जब भी स्क्रीन पर आते हैं, दर्शकों को अपनी मौजूदगी का एहसास करा जाते हैं। ऐसा ही एक नाम है, शरद कपूर। 90 के दशक के अंत और 2000 के शुरुआती दौर में जब भी कोई साइड विलेन की जरूरत होती, शरद कपूर की एंट्री तय मानी जाती थी। फिल्म ‘जोश’ में शाहरुख खान के अपोजिट विलेन बनकर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह को पक्का किया था। खलनायकी की दुनिया में उनकी एक्टिंग और हाव-भाव इतने प्रभावशाली थे कि कई बार उन्होंने हीरो की चमक भी फीकी कर दी। ‘वास्तव’, ‘दस्तक’, ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’, ‘लक्ष्य’ और ‘जय हो’ जैसी बड़ी फिल्मों में उनके किरदार आज भी याद किए जाते हैं।
कहां हैं शरद कपूर?
आज वही शरद कपूर जो कभी खौफ का दूसरा नाम हुआ करते थे, गुमनामी की चादर के नीचे खो गए हैं। न कोई नया प्रोजेक्ट, न ही वेब सीरीज में वापसी, ऐसा क्या हुआ कि जो शख्स पर्दे पर सब पर भारी पड़ता था, अब लाइमलाइट से बिल्कुल दूर है? फिल्मों और कैमरे की दुनिया से दूर, शरद कपूर अब एक बिजनेसमैन की भूमिका निभा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरद फिलहाल अपने परिवार के साथ कोलकाता में रह रहे हैं। हालांकि मुंबई में उनका एक शानदार बंगला भी है, जहां वो कभी-कभार जाते हैं।
शाहरुख खान के साथ शरद कपूर।
विवादों से भी रहा नाता
फिल्मों से दूरी बनाने के बाद उन्होंने रेस्टोरेंट बिजनेस की दुनिया में कदम रखा और बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों में उनके रेस्तरां आज अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। कैमरे के सामने खलनायक रहे शरद, असल जिंदगी में अब एक सफल उद्यमी बन चुके हैं। हालांकि 2024 में शरद कपूर का नाम एक गंभीर मामले में सामने आया था, उनक पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। इस मुद्दे पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए साफ कहा, ‘मैं न्यूयॉर्क से लौटते ही इस मामले के बारे में सुना। पुलिस ने मुझसे संपर्क किया, लेकिन यह सब एक झूठी साजिश है। मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं।’
शरद कपूर की यादगार फिल्में
भले ही आज वह फिल्मों से दूर हैं, लेकिन उनकी फिल्मोग्राफी ऐसी है जो आज भी सिनेमा प्रेमियों के बीच जिंदा है। साल 2000 में आई जोश में उन्होंने प्रीतम का रोल प्ले किया था, जो शाहरुख के अपोजिट दमदार निगेटिव किरदार था। इसके अलावा वो संजय की फिल्म ‘वास्तव’ में अहम भूमिका निभाते नजर आए थे। इसके अलावा ‘दस्तक’ में भी उन्हें पसंद किया गया, ये उनके करियर की शुरुआती चर्चित फिल्म रही। ‘लक्ष्य’, ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’, ‘जानी दुश्मन’, ‘जय हो’, और ‘जबरिया जोड़ी’ जैसी कई और फिल्में उनके नाम हैं।