
प्रतीकात्मक फोटो
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि गोलीबारी कुकनार थाना क्षेत्र के पुसगुणा गांव के जंगल में हुई। उन्होंने बताया कि नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में मिली खुफिया जानकारी के आधार पर सुबह पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) और कुकनार पुलिस टीम के जवानों द्वारा एक तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद
दोपहर 2 बजे से सुरक्षाकर्मियों और माओवादियों के बीच कई बार गोलीबारी हुई। गोलीबारी बंद होने के बाद दो नक्सलियों, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, के शव बरामद किए गए। उनके पास से एक इंसास राइफल, एक 12-बोर राइफल, अन्य हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री भी मिली है।
स्थानीय संगठन स्क्वॉड कमांडर मारा गया
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक पहचान के अनुसार, मारे गए नक्सलियों में से एक पेदारस गांव का स्थानीय संगठन स्क्वॉड कमांडर बामन था, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम था। महिला नक्सली की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। यह मुठभेड़ सोमवार को जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी (IED) के विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कोंटा डिवीजन) आकाश राव गिरेपुंजे की मौत के बाद हुई है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से दो पर इनाम
एक अन्य खबर में, बीते दिनों दंतेवाड़ा जिले में सात नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सात में से दो नक्सलियों पर इनाम है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (23), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (26), भोजा राम माड़वी (48), लखमा उर्फ सुती (26), रातू उर्फ ओठे कोवासी (25), सुखराम पोड़ियाम (25) और पण्डरू राम पोड़ियाम (45) है। नक्सली सदस्य जुगलू और दशा पर 50-50 हजार रुपये का इनाम है।
50-50 हजार की सहायता राशि दी गई
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली अपने-अपने क्षेत्र में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान सड़क खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्प्लेट लगाने जैसी घटनाओं में शामिल रहे हैं। नक्सलियों ने जिले में जारी लोन वर्राटू (अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है और उन्हें अन्य सुविधाएं जैसे कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि मुहैया कराई जाएगी। (भाषा इनपुट के साथ)
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