
आदिल के परिजनों से मिले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए सैयद आदिल हुसैन के परिजनों से जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने पीड़ित सैयद आदिल हुसैन की पत्नी को नौकरी का पत्र सौंपा। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 25 पर्यटकों के साथ आदिल भी मारा गया था। मनोज सिन्हा ने आदिल की पत्नी गुलनाज अख्तर को अप्वाइंटमेंट लेटर सौंपा, ताकि उनके बलिदान का सम्मान किया जा सके और शोकाकुल परिवार को सहारा दिया जा सके। पत्रकारों से बात करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि उन्होंने पहले ही शोकाकुल परिवार से मिलने और उन्हें सहायता प्रदान करने की योजना बना ली थी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के सदस्य को स्थायी नौकरी देने का उद्देश्य उनकी सहायता करना है क्योंकि उन्होंने अपना एकमात्र कमाने वाला खो दिया है।
मंजूनाथ राव के बेटे को मिला था फ्री एडमिशन
बता दें कि इससे पहले पहलगाम हमले में ही जान गंवाने वाले मंजूनाथ राव के बेटे को आरवी यूनिवर्सिटी ने फ्री एडमिशन दिया था। भाजपा के सांसद तेजस्वी सूर्या ने यह जानकारी दी थी। बेंगलुरु दक्षिण के सांसद सूर्या ने कहा कि ‘आर वी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ बिजनेस’ ने अभिजय एम (मंजूनाथ राव के बेटे) को ग्रेजुएशन में बिना किसी शुल्क के प्रवेश दिया है। सूर्या ने यूनिवर्सिटी के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। सूर्या ने एक बयान में कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका रवाना होने से पहले आप सभी के साथ एक नई जानकारी साझा करते हुए मुझे खुशी हो रही है। मेरे अनुरोध पर आर वी संस्थान अभिजय एम की डिग्री शिक्षा में सहयोग देने के लिए आगे आया है।’’
आसीम मुनीर का पर्दाफाश
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर के गुनाहों का पर्दाफाश हो गया है और ये पर्दाफाश किया है पाकिस्तान आर्मी के पूर्व मेजर आदिल ने। उन्होंने खुलकर बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले को क्यों और कैसे अंजाम दिया गया और उसके पीछे आसिम मुनीर का मकसद क्या था। आदिल राजा ने बताया कि पहलगाम हमला कराकर आसिम मुनीर भगदड़ मचाना चाहता था और पाक आर्मी चीफ वाली कुर्सी बचाना चाह रहा था। इससे बढ़कर वह प्रमोशन पाना चाहता था और उसे मिला भी प्रमोशन, इस तरह से बात साफ है कि फील्ड मार्शल बनने के लिए ही आसिम मुनीर ने पहलगाम हमला कराया और पूरे प्लान के तहत इसे अंजाम दिया।