ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियन का बड़ा बयान, कहा-“दुश्मन की आक्रामकता बिना शर्त रोकें, अन्यथा होगी कठोर प्रतिक्रिया”


डॉ. मसूद पेजेश्कियन, ईरान के राष्ट्रपति व दाएं माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में हमले से लगी आग।
Image Source : AP & SPUTNIK
डॉ. मसूद पेजेश्कियन, ईरान के राष्ट्रपति व दाएं माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में हमले से लगी आग।

तेहरानः इजरायल के हाईफा शहर पर ईरान ने शुक्रवार को फिर भीषण मिसाइल हमला किया है। इससे कई इमारतों से ऊंचा काला धुआं और आग की लपटें उठती देखी जा रही हैं। करीब एक हफ्ते इजरायल के साथ चल रही भीषण जंग के बीच ईरान के राष्ट्रपति डा. मसूद पेजेश्कियन का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने अपने एक्स एकाउंट पर एक पोस्ट के जरिये दुश्मन की आक्रामता को तत्काल रोके जाने, अन्यथा कठोर प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है। 

डॉ. पेजेश्कियन ने अपने एक्स एकाउंट पर पोस्ट में लिखा, हमने हमेशा शांति और स्थिरता की कामना की है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इस थोपे गए युद्ध को समाप्त करने का एकमात्र रास्ता यह है कि दुश्मन की आक्रामकता को बिना शर्त रोका जाए और ज़ायोनी आतंकवादियों के दुस्साहस को हमेशा के लिए समाप्त करने की ठोस गारंटी दी जाए। अन्यथा, हमारी प्रतिक्रिया दुश्मन के लिए और भी कठोर और पश्चातापपूर्ण होगी।”

हाईफा शहर पर दोबारा हमला

ईरान की मिसाइलों ने शुक्रवार को इजरायल के हाईफा शहर पर दोबारा हमला कर दिया। दावा किया जा रहा है कि इस हमले में ईरानी मिसाइलों ने इजरायल की माइक्रोसॉफ्ट बिल्डिंग को भी निशाना बनाया है।

 

ईरान कर रहा ताबड़तोड़ मिसाइल हमले, तेल-अवीव में बज रहे सायरन

ईरान लगातार इजरायल के विभिन्न शहरों पर मिसाइल हमले कर रहा है। इजरायली सेना ने कहा है कि ईरानी हमले के चलते शहर में जगह-जगह हवाई हमलों के सायरन बज रहे हैं और लोगों को सुरक्षित ठिकानों व बंकरों में जाने को कहा गया है। 

इजरायल के वेस्ट व माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पर भी हमला

ईरान ने इजरायल के माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस और वेस्ट बैंक पर भी मिसाइल से हमला किया है। ईरान की न्यूज एजेंसी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें एक बिल्डिंग को जलते हुए दिखाया गया है। इसके माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस होने का दावा किया गया है। वहीं वेस्ट बैंक की इजरायली बस्ती एलकाना पर भी मिसाइल गिरने की सूचना है, जो पश्चिमी तट (वेस्ट बैंक) के उत्तरी-पश्चिमी सामरियाई पहाड़ियों में सलफीत के पास स्थित है। इसकी स्थापना 1977 में की गई थी और यह ग्रीन लाइन व रोश-हइन शहर से लगभग 3.1 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इस बस्ती को अवैध माना जाता है, हालांकि इज़रायली सरकार इस दावे को खारिज करती है।

 

Latest World News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *