नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्य बेस पर विस्तृत ऑडिट शुरू कर दिया। इसमें ऑपरेशन, फ्लाइट शेड्यूलिंग, रोस्टर (ड्यूटी) और कई अन्य चीजें भी शामिल होंगी। एक सूत्र ने पीटीआई को ये जानकारी दी है। बताते चलें कि किसी भी एयरलाइन कंपनी का मुख्य बेस या हब वो एयरपोर्ट होता है जहां वे अपने प्लेन और क्रू मेंबर्स को स्थायी रूप से रखती है। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक-ऑफ के कुछ ही मिनट के अंदर एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 क्रैश हो गई थी, जो एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन था। इस हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों समेत कुल 297 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद ही टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी कड़ी जांच के दायरे में आ गई।
DGCA की 8 सदस्यीय टीम ने शुरू किया एयर इंडिया के मुख्य बेस का ऑडिट
नागर विमानन महानिदेशालय की 8 सदस्यीय टीम ने एयर इंडिया के मुख्य बेस का ऑडिट शुरू कर दिया है। सूत्र ने बताया कि आमतौर पर तीन सदस्यों की टीम सालाना ऑडिट करती है। सूत्रों ने कहा, ‘‘डीजीसीए ने गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्य बेस पर ऑडिट शुरू कर दिया है। इस वार्षिक अभ्यास में परिचालन, उड़ान योजना, सारिणी, रोस्टर और आईओसीसी (एकीकृत संचालन नियंत्रण केंद्र) सहित सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।’’ एयर इंडिया का हेडक्वार्टर हरियाणा के गुरुग्राम में है। ऑडिट ऐसे समय पर भी हो रहा है जब डीजीसीए ने बार-बार सुरक्षा चूक के लिए एयर इंडिया के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
डीजीसीए ने 21 जून को एयरलाइन से मांगी थी ये डिटेल्स
डीजीसीए ने 21 जून को एयरलाइन के फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों से 2024 से एयरलाइन के नियोजित और अनियोजित निरीक्षण, ऑडिट, कॉकपिट/मार्ग, स्टेशन सुविधा, रैंप और केबिन निरीक्षण आदि के बारे में डिटेल मांगी थी। ये संचार नियामक द्वारा एयरलाइन को उड़ान ड्यूटी के समय (एफडीटीएल) में उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने और कुछ खामियों के लिए एयरलाइन के तीन सीनियर अधिकारियों को उनकी संबंधित भूमिकाओं से हटाने का आदेश देने के एक दिन बाद भेजा गया था। इस बीच, डीजीसीए ने एविएशन इकोसिस्टम का 360 डिग्री मूल्यांकन करने के लिए व्यापक स्पेशल ऑडिट के लिए एक नया स्ट्रक्चर भी तैयार किया है। ये स्पेशल ऑडिट, सालाना निगरानी कार्यक्रम के अनुसार किए जाने वाले विनियामक ऑडिट के अतिरिक्त होंगे।