
इटावा के कथावाचक के दो आधार कार्ड सामने आए हैं।
यूपी के इटावा में कथावाचक का सिर मुंडवाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को कथावाचक के पास से दो आधार कार्ड मिले हैं। दोनों आधार कार्ड का नंबर एक ही है और उस पर एक ही व्यक्ति की फोटो भी लगी है, लेकिन उस पर नाम अलग-अलग है। उसके एक आधार कार्ड में नाम मुक्त सिंह और दूसरे में मुकुट मणि अग्निहोत्री लिखा है। दोनों आधार कार्ड में नंबर समान हैं और दोनों में फोटो मुकुट मणि की ही है। पुलिस अब दोनों आधार कार्ड को लेकर जांच कर रही है कि आखिर ये कैसे हुआ और ये दोनों आधार कार्ड कहां से बनवाए गए।
महिला ने कथावाचक पर क्या आरोप लगाया?
वहीं, कथावाचक के साथ मारपीट के मामले में नया मोड़ आया है। बुधवार को इटावा SSP ऑफिस पहुंची एक महिला ने कथावाचक पर छेड़खानी का आरोप लगाया। भागवत कथा की परीक्षित बनी महिला ने कहा कि वो उन्हें पुजनीय मान रहे थे, उनका सम्मान कर रहे थे लेकिन उनकी हरकतें ठीक नहीं थी। बाद में हरकतें जब बढ़ती गई तो उनसे माफी मंगवाई।
ब्राह्मण महासभा ने क्या ऐलान किया?
कथावाचक के दो आधार कार्ड सामने आने और महिला से छेड़खानी के आरोप के बाद अब ब्राह्मण महासभा ने मोर्चा खोल दिया है। ब्राह्मण महासभा ने आरोप लगाया कि इन कथावाचकों ने पहले तो अपनी जाति छुपाई। धार्मिक भावना भड़काई और फिर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। अब ब्राह्मण महासभा ने ऐलान किया है कि अगर इनके खिलाफ सख्त एक्शन नहीं हुआ तो वो आंदोलन करेंगे।
विवाद में अखिलेश के बाद तेजस्वी की एंट्री
इटावा में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथी संत सिंह यादव से बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कथावाचक के साथ बदसलूकी का सियासी विवाद अब यूपी से बिहार पहुंच गया है। सियासी पार्टियां इस मुद्दे को हवा देकर जातीय गोलबंदी में लग गई हैं। बिहार में इस साल के आखिर में चुनाव है ऐसे में आरजेडी इसे मुद्दा बनाकर यादव वोटबैंक को साधने में जुट गई है।
क्या बोले तेजस्वी यादव?
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, अगर पिछड़ा कथावाचक बनता है तो उसका मुंडन करा दिया जाता है, सिर छील दिया जाता है, नाक रगड़वाई जाती है। हम जरूर भरोसा दिलाएंगे अगर बिहार में इस तरह का कोई काम करेगा तो हम लोग छोड़ने वाले नहीं हैं। हम बहुसंख्यक लोग हैं और आप देखिएगा कि पिछड़ा दान देने के लिए है, चढ़ावा चढ़ाने के लिए हैं, कथा सुनने के लिए हैं लेकिन कथा सुनाने के लिए नहीं है। ये तो अन्याय है, हम सब लोगों को एकजुट होने की जरूरत है।
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