
लाखों की भीड़ में एंबुलेंस के लिए बनाया रास्ता।
ओडिशा: पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई। इस दौरान यहां लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हुई। वहीं रथयात्रा के के दौरान भारी भीड़ के बीच एक एंबुलेंस पहुंच गई। हालांकि लगभग 1500 भाजपा युवा मोर्चा स्वयंसेवकों ने सार्वजनिक सेवा के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित करते हुए एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया। इसके लिए कार्यकर्ताओं ने सड़क के बीचो बीच एक मानव श्रृंखला बनाई, जिसके बीच से होते हुए एंबुलेंस गुजरी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भीड़ के बीच से एंबुलेंस को जाते हुए देखा जा सकता है।
राज्यपाल और सीएम भी हुए शामिल
दरअसल, ओडिशा के पुरी में आज रथयात्रा का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के रथों से जुड़ी रस्सियों को श्री गुंदेचा मंदिर की ओर खींचा। श्री गुंडिचा मंदिर, 12वीं सदी के भगवान जगन्नाथ मंदिर से करीब 2.6 किलोमीटर दूर है। ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, सीएम मोहन चरण माझी भी भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के रथों को खींचने वालों में शामिल थे। इस दौरान ‘जय जगन्नाथ’ और ‘हरि बोल’ के उद्घोष तथा झांझ-मंजीरे, तुरही और शंख की ध्वनि के बीच शाम चार बजकर आठ मिनट पर भगवान बलभद्र का ‘तालध्वज’ रथ आगे बढ़ा। इसके बाद देवी सुभद्रा का ‘दर्पदलन’ रथ और अंत में भगवान जगन्नाथ का ‘नंदीघोष’ रथ रवाना हुआ।
दस लाख से अधिक श्रद्धालु हुए शामिल
अधिकारियों ने बताया कि इस बार रथयात्रा में शामिल होने के लिए करीब दस लाख भक्तों इकट्ठा हुए हैं। रथ यात्रा के लिए शहर में करीब 10,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। वहीं ओडिशा के डीजीपी वाईबी खुरानिया ने कहा, ‘‘हमने रथयात्रा के सुचारु संचालन के लिए हरसंभव इंतजाम किए हैं।’’ उन्होंने बताया कि एआई से लैस 275 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भीड़ पर नजर रख रहे हैं। इसके अलाव अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद मिली कुछ सूचनाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि ओडिशा पुलिस के अलावा, आरएएफ की तीन टीम सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की आठ टुकड़ियां तैनात की गई हैं।