
गुजरात कांग्रेस उपाध्यक्ष हीरा जोतवा
भरूचः गुजरात कांग्रेस के उपाध्यक्ष हीरा जोतवा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। भरूच पुलिस ने कथित मनरेगा घोटाले के मामले में कांग्रेस नेता हीरा जोतवा और उनके बेटे दिग्विजय जोतवा समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपियों पर मनरेगा में सरकारी धन की हेराफेरी का आरोप है।
हीरा जोतवा पर मनरेगा में सरकारी धन की हेराफेरी का आरोप
हीरा जोतवा की गिरफ्तारी पर भरूच के एसपी मयूर चावड़ा ने कहा कि मनरेगा में अवैध काम का संदेह होते ही भरूच डीडीओ ने 56 गांवों में प्राथमिक जांच शुरू की। उन्होंने 11 गांवों का सर्वेक्षण किया और पाया कि इस योजना के जरिए सरकारी धन की हेराफेरी की गई है। उन्होंने जाली दस्तावेजों, अवैध रूप से सरकारी धन की हेराफेरी और साजिश के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
जांच के लिए गठित की गई थी एसआईटी
शिकायत की जांच के लिए डिप्टी एसपी की निगरानी में एक एसआईटी का गठन किया गया। जांच की गई और टीम ने उस जगह का दौरा किया जहां काम ठीक से नहीं किया गया था। यह पाया गया कि इस्तेमाल की गई सामग्री संलग्न बिलों से मेल नहीं खाती है। 60:40 का अनुपात बनाए नहीं रखा गया था। जलाराम और मुरलीधर एजेंसियों के मालिक फरार हैं। इन एजेंसियों के अलावा और भी कई लोग इसमें शामिल हैं।
एसपी ने कहा कि विस्तृत जांच के बाद हमने हीरा जोतवा को गिरफ्तार किया, जो किसी और के नाम पर इन एजेंसियों को चला रहा था और पैसा उनके रिश्तेदार के खाते में पैसे जमा किए गए। हमने राजेश दर्जी को भी गिरफ्तार किया है जो जाली दस्तावेजों के आधार पर सरकार से पैसे इकट्ठा करता था। हीरा जोतवा का बेटा दिग्विजय जोतवा भी इसमें शामिल था क्योंकि इन खातों से सरकारी धन उसके निजी खाते में स्थानांतरित किया गया था और उसे गिर-सोमनाथ से गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के खिलाफ पुलिस के पास सबूतः एसपी
एसपी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ हमारे पर सबूत है। हमारे साक्ष्य के अनुसार, फर्जी जॉब कार्ड बनाना, ऐसे लोगों के खाते में पैसे डालना जिन्होंने काम नहीं किया और पैसे का निजी इस्तेमाल करना शामिल है।
