
बेंजामिन नेतन्याहू, इजरायल के प्रधानमंत्री।
येरूशलम: इजरायली सेना ने भोजन की तलाश में खाद्यान्न वितरण केंद्र पहुंचने वाले फिलिस्तीनियों को क्या प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कहने पर गोली मारी थी?…गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ये आरोप लगाता रहा है कि पिछले दिनों से कई बार इजरायली सेना ने बेंजामिन नेतन्याहू के निर्देश पर भोजन की तलाश में गए निहत्थे फिलिस्तीनियों पर गोली चला दी। इससे गत दिनों सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए। गाजा के इन आरोपों पर नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने शुक्रवार को वामपंथ के प्रति झुकाव रखने वाले इजरायली समाचार पत्र ‘हारेत्ज’ में प्रकाशित खबर को सिरे से खारिज कर दिया है।
अखबार में क्या किया था दावा?
अखबार में दावा किया गया था कि इजरायली सैनिकों को गाजा में सहायता स्थलों की ओर जा रहे फिलस्तीनियों को गोली मारने का आदेश दिया गया था। दोनों नेताओं ने खबर को सेना को बदनाम करने के लिए रचा गया “दुर्भावनापूर्ण झूठ” करार दिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लगभग एक महीने पहले नवगठित गाजा मानवीय फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र में सहायता सामग्री का वितरण शुरू करने के बाद से भोजन की तलाश में निकले 500 से अधिक फिलस्तीनी मारे गए हैं तथा सैकड़ों घायल हुए हैं।
क्या कहते हैं फिलिस्तीनी गवाह?
फिलस्तीनी गवाहों का कहना है कि इजरायली सैनिकों ने सहायता स्थल की ओर जाने वाली सड़कों पर भीड़ पर गोलीबारी की है। हारेत्ज के लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए, इजरायल की सेना ने पुष्टि की कि वह उन घटनाओं की जांच कर रही है जिनमें सहायता स्थल के पास पहुंचने के दौरान लोगों को नुकसान पहुंचाया गया। सेना ने खबर में लगाए गए “आम लोगों पर जानबूझकर गोली चलाने” के आरोपों को खारिज कर दिया। (एपी)