
त्रिनिदाद और टोबैगो
त्रिनिदाद और टोबैगो: पीएम मोदी ने अफ्रीकी देश त्रिनिदाद और टोबैगो में बसे भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत सियाराम और जयश्रीराम के जयकारों से की। इस दौरान उन्होंने प्रवासी भारतीयों को देश की मिट्टी की याद दिलाई। साथ ही उन्हें अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण, सरयू की कल-कल बहती धार और महाकुंभ की महिमा से लेकर दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बन चुके भारत की विकासगाथा भी सुनाई। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को अपने दादा, नाना की यादों को संजोने और देश की मिट्टी का दर्शन करने के लिए भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं कुछ समय पहले ही इस खूबसूरत भूमि पर आया हूं, जहां पक्षियों की चहचहाहट गूंजती रहती है। और मेरा पहला संवाद यहां के भारतीय समुदाय से हुआ। यह बिलकुल स्वाभाविक लगता है, क्योंकि हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं… त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, उसने सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ दिया होगा। लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का डटकर सामना किया। उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन अपने दिल में रामायण को ले गए। उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन नमक नहीं। वे केवल प्रवासी नहीं थे; वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे। उनके योगदान ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित किया है।”
भारतीय शहरों के नाम त्रिनिदाद टोबैगो में सड़कें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब मैं पिछली बार आया था, तब से लेकर अब तक 25 साल हो चुके हैं…तब से लेकर अब तक हमारी दोस्ती और भी मजबूत हुई है। बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भले ही भारत के शहर हैं, लेकिन यहां की सड़कों के नाम भी हैं। नवरात्र, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी यहां हर्ष, उल्लास और गर्व के साथ मनाई जाती है। चौताल और भिटक गण यहां खूब फलते-फूलते हैं। मैं यहां कई जाने-पहचाने चेहरों की गर्मजोशी देख सकता हूं। मैं युवा पीढ़ी की चमकीली आंखों में जिज्ञासा देख सकता हूं, जो एक-दूसरे को जानने और साथ-साथ बढ़ने के लिए उत्सुक हैं। हमारे रिश्ते भूगोल और पीढ़ियों से कहीं आगे तक फैले हुए हैं।
अयोध्या के राम मंदिर और सरयू की धार से लेकर महाकुंभ की महिमा तक
मोदी ने कहा, “…अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू नदी का कुछ जल लाना मेरे लिए सम्मान की बात है। सरयू जी और पवित्र संगम का ये जल आस्था का अमृत है। ये वो प्रवाहमान धारा है, जो हमारे मूल्यों को, हमारे संस्कारों को हमेशा जीवंत रखती है।”आप सभी जानते हैं कि इस वर्ष की शुरुआत में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ हुआ था। मुझे महाकुंभ का जल अपने साथ ले जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं कमला जी से अनुरोध करता हूं कि वे सरयू नदी और महाकुंभ का पवित्र जल यहां गंगा धारा में अर्पित करें।”
प्रधानमंत्री कमला को कहा बिहार की बेटी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “प्रधानमंत्री कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर में रहा करते थे। कमला जी स्वयं वहां जाकर भी आई हैं। लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं। यहां उपस्थित अनेक लोगों के पूर्वज बिहार से ही आए हैं। बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है। लोकतंत्र हो, राजनीति हो, कूटनीति हो, उच्च शिक्षा हो, बिहार ने सदियों पहले दुनिया को ऐसे अनेक विषयों में नई दिशा दिखाई थी। मुझे विश्वास है कि 21वीं सदी की दुनिया के लिए भी बिहार की धरती से नई प्रेरणाएं और नए अवसर निकलेंगे।”
चांद पर पहुंचेगा भारतीय और होगा अपना अंतरिक्ष स्टेशन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “वो समय अब दूर नहीं है कि जब कोई भारतीय चंद्रमा पर पहुंचेगा और भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा। हम अब तारों को सिर्फ गिनते नहीं हैं, आदित्य मिशन के रूप में उनके पास जाने का प्रयास करते हैं। हमारे लिए अब चंदा मामा दूर के नहीं है। हम अपनी मेहनत से असंभव को भी संभव बना रहे हैं।
250 मिलियन लोगों को गरीबी से उबारा
उन्होंने कहा, “भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। जल्द ही, हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे। भारत के विकास और प्रगति का लाभ सबसे जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है। भारत ने साबित कर दिया है कि हम गरीबों को सशक्त बनाकर गरीबी को हरा सकते हैं। विश्व बैंक ने नोट किया है कि भारत ने पिछले दशक में 250 मिलियन से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी से ऊपर उठाया है। भारत की वृद्धि हमारे नवोन्मेषी और ऊर्जावान युवाओं द्वारा संचालित हो रही है।”
यूपीआई से जुड़ा त्रिनिदाद और टोबैगो
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “…मैं त्रिनिदाद और टोबैगो को बधाई देता हूं कि वह इस क्षेत्र में UPI अपनाने वाला पहला देश है। अब, पैसे भेजना गुड मॉर्निंग टेक्स्ट मैसेज भेजने जितना आसान हो जाएगा। मैं वादा करता हूं कि यह वेस्टइंडीज की गेंदबाजी से भी तेज होगा।