
चरित्र प्रमाण पत्र
लोगों के चरित्र को जांचने के लिए चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। अपनी आवश्यकता को देखते हुए एक शख्स ने अपने गांव के सरपंच को अपना चरित्र प्रमाण पत्र बनाने को दिया। जहां सरपंच जी ने उसके चरित्र के बारे में कुछ ऐसा लिखा कि वह चरित्र प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस चरित्र प्रमाण पत्र को जिसने भी देखा उसकी हंसी के फव्वारे छूट गए।
सरपंच साहब ने पूरे ईमानदारी के साथ बनाया चरित्र प्रमाण पत्र
वायरल हो रहा ये चरित्र प्रमाण पत्र इंस्टाग्राम पर @_santa_banta_jokes_ नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। जिसे देखने से यह पता चलता है कि ये सर्टिफिकेट दौसा के जयसिंहपुरा गांव के रहने वाले ज्ञान चंद्र बैरवा के नाम बनाई गई है। सर्टिफिकेट की सत्यता के लिए उस पर सरपंच ने अपनी मुहर भी लगाई है। बनाए गए इस सर्टिफिकेट में ऊपर शख्स का नाम-पता तो सब ठीक-ठाक लिखा गया है, लेकिन असली मसाला तो नीचे देखने को मिल रहा है। जहां सरपंच साहब ने लिखा है, “मैं इसे भली-भांति जानता हूं। यह झगड़ालू व्यक्ति है। गाली-गलौज करना इसका स्वभाव है।” इसके नीचे सरपंच की मुहर और हस्ताक्षर भी हैं। सर्टिफिकेट पर 20 जुलाई 2019 की तारीख डली हुई है। अब भला ऐसा सर्टिफिकेट लेकर ज्ञान चंद्र का कौन सा सरकारी काम कैसे पूरा होगा। ये कहना मुश्किल है।
लोगों ने उस शख्स के खूब लिए मजे
राजस्थान के दौसा जिले से निकला ये चरित्र प्रमाण पत्र इतना मजेदार है कि लोग कह रहे हैं, “लगता है ये आदमी सरपंच का दुश्मन होगा इसलिए सरपंच साहब ने अपनी सारी दुश्मनी इस कागज के टुकड़े पर ही निकाल दी और अपना सारा हिसाब-किताब चुकता कर दिया होगा।” वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि, “शायद ये सरपंच उस शख्स का बेस्ट फ्रेंड रहा होगा।” जबकि, कुछ अन्य लोगों ने कमेंट करते हुए लिखा, “जब आपका दोस्त गांव का सरपंच बन जाए तो वह कुछ ऐसा ही प्रमाण पत्र बनाएगा।” इतना ही नहीं कुछ लोगों ने इस सर्टिफिकेट को देख यह भी कहा कि, “ये होता है असली जांचा-परखा काम, जो सरपंच ने बहुत ही ईमानदारी से की है।” कुछ लोगों ने यह भी कहा कि, “ये चरित्र प्रमाण पत्र नहीं, दुश्मनी का डिक्लेरेशन है।”
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित है। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
ये भी पढ़ें: