
गोपाल खेमका मर्डर केस में बड़ा खुलासा।
बिहार की राजधानी पटना में बीते शुक्रवार को जाने-माने कारोबारी गोपाल खेमका की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे 6 साल पहले उनके बेटे की भी हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की इस वारदात के बाद विपक्षी दलों ने सीएम नीतीश कुमार की सरकार और पुलिस प्रशासन पर जमकर हमला किया था। अब पुलिस ने इस मामले में शूटर को गिरफ्तार कर लिया है और हथियार की सप्लाई करने वाले एक आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया है। अब इस बात को लेकर भी खुलासा हुआ है कि गोपाल खेमका की हत्या क्यों की गई और इस हत्या की सुपारी किसने दी थी।
किसने और क्यों दी हत्या की सुपारी?
गोपाल खेमका मर्डर केस में बड़ा खुलासा सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, अशोक शाह नाम के बिल्डर से कारोबारी गोपाल खेमका की दुश्मनी थी। अशोक शाह पर ही गोपाल खेमका की हत्या की सुपारी देने का आरोप लगा है।
किसे और कितने की सुपारी दी गई?
बिल्डर अशोक शाह पर गोपाल खेमका की हत्या के लिए दस लाख रूपये की सुपारी देने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर अभय वर्मा को खेमका की हत्या की सुपारी दी गई। जेल जाने से पहले अभय वर्मा शूटर उमेश से मिला था। शूटर उमेश को दिल्ली से बुलाया गया था। उसे पटना के अपार्टमेंट में ठहराया गया। शूटर के साथ दो लाइनर लगाए गए। शूटर को मर्डर से पहले एक लाख एडवांस दिया गया और आरोपी राजा ने शूटर उमेश को हथियार मुहैया कराया।
कैसे हुई हत्या की साजिश?
हत्यारों ने पहले गोपाल खेमका के मूवमेंट की रेकी की। वारदात से पहले घर के आसपास की रेकी भी की गई। हत्यारों ने खेमका के घर से 500 मीटर दूर दुकान पर चाय पी। पहला आरोपी इन्फॉर्मर बांकीपुर के क्लब पहुंचा। इसके बाद शूटर गोपाल खेमका के घर के पास पहुंचा और तीसरा गोपाल खेमका के घर से 500 मीटर दूर बिस्कोमान भवन के पास था। पहले हत्यारे ने दूसरे को जानकारी दी कि खेमका ऑफिस से निकल गए हैं। तीसरे हत्यारे ने शूटर को अलर्ट किया कि खेमका घर पहुंचने वाले हैं। खेमका जैसे ही गाड़ी से घर पहुंचे उन्हें गेट पर शूटर ने गोली मार दी।
