भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) नोएडा में एक और एक्सप्रेसवे बनाने पर विचार करेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बीते मंगलवार को कहा कि नोएडा अथॉरिटी और गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा के उस प्रस्ताव पर विचार जरूर करेगा, जिसमें दिल्ली के कालिंदी कुंज से परी चौक तक यमुना तटबंध के ऊपर एक वैकल्पिक सड़क बनाने का प्रस्ताव है। ऐसा होने पर शहर के लोगों को आने-जाने में बड़ी राहत और सुविधा मिलने वाली है।
गडकरी ने कहा- धन की कोई कमी नहीं
हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा कि अभी हम दिल्ली-एनसीआर में ₹1.2 लाख करोड़ की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। हम पहले ही ₹60,000 करोड़ का काम पूरा कर चुके हैं और आज महेश जी ने अपने सुझाव साझा किए हैं, जिन पर हम विचार करेंगे। हमारे पास धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से आने वाले यात्री पहले से ही भीड़भाड़ वाले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का उपयोग किए बिना सीधे नई सड़क तक पहुंच सकते हैं।
यह एक्सप्रेसवे हर रोज करीब 5 लाख वाहनों को संभालता है। इनमें से लगभग दो लाख वाहन डीएनडी और दूसरी जगहों से चिल्ला बॉर्डर, कालिंदी कुंज और सेक्टर 15, 16, 18 और 37 से प्रवेश करते हैं। खबर के मुताबिक, यह नई सड़क 30 किलोमीटर की होगी, जिसे यमुना के किनारे-किनारे जाएंगे। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात की भीड़भाड़ कम करने के लिए नए एक्सप्रेसवे बनाने की पहल की जाएगी। यह नया एक्सप्रेसवे छह लेन का एलिवेटेड रोड होगा, जो यमुना नदी के किनारे-किनारे चलेगा।