
अभिमन्यु ईश्वरन
India vs England Test Series: लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट शुरू हो चुका है। जैसी कि उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में केवल एक बदलाव किया गया। खराब प्रदर्शन के बाद प्रसिद्ध कृष्णा की छुट्टी हो गई है और जसप्रीत बुमराह की वापसी हो गई है। इस बीच एक और खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार कर रहा है, लेकिन टीम इंडिया के नए कप्तान शुभमन गिल लगता है कि अपनी मनमानी पर आमादा हैं। उन्हें फिर से खराब खेल दिखाने वाले खिलाड़ी को मौका दे दिया है। जाहिर है इस पर सवाल उठेंगे।
अभी तक नहीं मिला अभिमन्यु ईश्वरन को मौका
जसप्रीत बुमराह का प्लेइंग इलेवन में आना और प्रसिद्ध कृष्णा का जाना, एक ऐसा फैसला है, जिसके बारे में सभी को पहले से पता था। लेकिन अभी तक अभिमन्यु ईश्वरन को मौका नहीं दिया गया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले अभिमन्यु अभी तक अपना टेस्ट डेब्यू तक नहीं कर पाए हैं, वहीं लगातार चार पारियों में फ्लॉप रहने के बाद भी करुण नायर टीम की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा हैं। जो खिलाड़ी नहीं चल रहा है, उसे बार बार मौका दिया जा रहा है।
फ्लॉप रहने के बाद भी करुण को मिल रहा है मौका
करुण नायर ने करीब आठ साल बाद टीम इंडिया में वापसी की है। लेकिन ऐसी वापसी होगी, इसकी उम्मीद किसी को भी नहीं रही होगी। अभी तक शतक और अर्धशतक तो छोड़ ही दीजिए, उनसे 35 रन भी नहीं बन रहे हैं। साल 2017 में इंग्लैंड के ही खिलाफ उन्होंने तिहरा शतक लगाने का काम किया था। उसके बाद से एक भी बार वे अर्धशतक तक नहीं लगा पाए हैं। लेकिन कप्तान शुभमन गिल का करुण के प्रति कुछ ज्यादा ही प्रेम है, इसीलिए उन्हें मौके पर मौके दिए जा रहे हैं।
अभिमन्यु को अभी कितने और दिन करना पड़ेगा इंतजार
जहां एक तरफ फ्लॉप होने क बाद भी करुण प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में कामयाब हो जा रहे हैं, वहीं अभिमन्यु ईश्वरन अभी तक अपने टेस्ट डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। वे ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए भी टीम में चुने गए थे, लेकिन एक भी बार वे प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं हो पाए। अगर अभिमन्यु के प्रथम श्रेणी आंकड़े देखें तो पता चलता है कि वहां उन्होंने 103 मैच खेलकर 7841 रन बनाए हैं। उनका औसत भी 48.70 का है। उन्होंने अब तक 27 शतक और 31 अर्धशतक लगाए हैं। इतने शानदार आंकड़े होने के बाद भी अभी तक वे भारत के लिए अपना डेब्यू नहीं कर पाए हैं। अब देखना होगा कि क्या बचे हुए दो मैचों में उन्हें मौका मिलता है या फिर ऐसे ही वापस लौटना पड़ता है।