
महिसागर नदी पर बना पुल का एक हिस्सा टूटा
अहमदाबादः गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बने पुल के एक हिस्सा ढहने के मामले में बृहस्पतिवार को राज्य के सड़क एवं भवन विभाग के चार इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया। प्राथमिक जांच के आधार पर सीएम पटेल ने सड़क एवं भवन विभाग के एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, दो डिप्टी इंजीनियर और एक असिस्टेंट इंजीनियर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
दुर्घटना के कारणों की प्रारंभिक जांच के आधार पर मुख्यमंत्री ने दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार एक्जीक्यूटिव इंजीनियर एन.एम. नायकवाला, डिप्टी इंजीनियर यू.सी. पटेल और आर.टी. पटेल और असिस्टेंट इंजीनियर जे.वी.शाह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
गुजरात के अन्य पुलों की जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना से प्रभावित मुजपुर-गंभीरा पुल की अब तक की मरम्मत, निरीक्षण और गुणवत्ता जांच पर एक रिपोर्ट तैयार करने की ज़िम्मेदारी विशेषज्ञों की एक टीम को सौंपी थी। मुख्यमंत्री ने राज्य के अन्य पुलों का भी तत्काल गहन निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
पुल का एक हिस्सा गिरने से 17 लोगों की मौत
बता दें कि बुधवार को पुल का हिस्सा ढहने से हुए हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई जबकि कुछ लोग लापता हैं। बुधवार सुबह पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव के पास चार दशक पुराने पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए। यह पुल आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता है। वडोदरा जिले के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि अब तक 16 शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि तीन चार लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान अब भी जारी है। वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया के अनुसार कम से कम तीन व्यक्ति अब भी लापता हैं।
लापता लोगों की तलाश जारी
धमेलिया ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम नदी में चार किलोमीटर नीचे तक तलाश अभियान चला रही हैं। लोग अन्य लापता व्यक्तियों के बारे में जानकारी देने के लिए हमारे नियंत्रण कक्ष पर कॉल कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि बारिश और नदी में गहरे दलदल के कारण बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया है क्योंकि ऐसी स्थिति में कोई भी मशीन काम नहीं कर रही है। नदी के बीचोंबीच डूबे वाहनों के पास पहुंचने के लिए किनारे पर एक विशेष पुल का निर्माण किया जा रहा है।
(पीटीआई इनपुट के साथ)