गुरुग्राम हत्याकांड: समाज के तानों ने पिता को बना दिया हत्यारा, जन्मदिन पर मां से छीनी होनहार बेटी


Radhika yadav
Image Source : X
राधिका यादव

हरियाणा के गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी की हत्या का कारण सामने आ गया है। समाज के तानों से तंग आकर पिता ने ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना ने समाज का डरावना चेहरा पेश किया है, जो देश में लड़कियों के समानता के अधिकार को ठेंगा दिखाता नजर आता है। इस घटना में समाज की संकीर्ण सोच ने एक-अच्छे खासे खुशहाल परिवार को तबाह कर दिया। इसके साथ ही देश से एक होनहार खिलाड़ी भी छीन लिया, जो कई बेहतरीन खिलाड़ी तैयार कर रही थी। आइए पूरी घटना सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं।

पुलिस के मुताबिक गुरुवार (10 जुलाई) सुबह 11 बजे उन्हें सूचना मिली कि एक 25 वर्षीय महिला की हत्या कर दी गई है। पुलिसकर्मियों ने महिला के चाचा से बात की, लेकिन चाचा ने कुछ नहीं बताया। घटना स्थन पर पहुंचने के बाद पता चला कि महिला के पिता ने ही उसकी हत्या की है।

टेनिस खिलाड़ी थी महिला

पुलिस ने आगे जांच की तो पता चला कि महिला राज्य स्तर की टेनिस खिलाड़ी थी। उसने कई पदक जीते थे। कंधे की चोट के चलते उसका करियर तबाह हो गया था। ऐसे में उसने टेनिस खेलना बंद कर दिया था और एकेडमी शुरू कर दी थी। मृतक राधिका यादव की एकेडमी अच्छी चल रही थी, लेकिन समाज को यह रास नहीं आया और समाज के लोग राधिका के पिता को ताना मारने लगे। लोग पिता से कहते थे कि बेटी की कमाई खाता है। इससे उसके सम्मान को ठेस पहुंच रही थी। ऐसे में पिता ने राधिका को एकेडमी बंद करने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं मानी। इसी से नाराज पिता ने बेटी की हत्या कर दी।

मां के जन्मदिन पर बेटी की हत्या

गुरुवार को राधिका की मां मंजू यादव का जन्मदिन था, लेकिन उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। ऐसे में बेटी खाना बना रही थी। सुबह 10.30 बजे जब राधिका किचेन में खाना बना रही थी, तभी उसके पिता ने पीछे से उसकी कमर में तीन गोली मार दी, जिसके बाद राधिका को मौके पर ही मौत हो गयी। राधिका के पिता दीपक यादव के पास 32 बोर लाइसेंसी रिवाल्वर है, जिससे हत्या की गई है। राधिका का परिवार गुरुग्राम वजीराबाद गांव का रहने वाला है, जो कि सेक्टर 57 के पास है।

समाज के तानों ने तबाह किया परिवार

राधिका यादव का पिता दीपक यादव किरायेदारी का काम करता था। राधिका की एकेडमी से भी कमाई होती थी। ऐसे में परिवार खुशहाल था। बेटी की एकेडमी चल रही थी और उसका भविष्य भी अच्छा नजर आता था। हालांकि, समाज को यह रास नहीं आया और पिता पर बेवजह ताने मारे जाने लगे। ताने इतने ज्यादा हो गए कि एक पिता अपनी ही बेटी का दुश्मन बन गया और जब बेटी ने अपने सपनों के साथ समझौता करने से इंकार कर दिया तो पिता ने ही उसकी हत्या कर दी। हर माता-पिता अपने बच्चों की सफलता के सपने देखते हैं, लेकिन समाज के तानों ने एक पिता को ही बेटी का दुश्मन बना दिया।

यह भी पढ़ें-

गुरु पूर्णिमा के दिन ही प्रिंसिपल की हत्या, 2 छात्रों ने क्लासरूम में चाकू मारे; बाल कटवाकर आने को कहा था

गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या, पिता ने लाइसेंसी रिवाल्वर से तीन गोलियां मारी

 

 





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *