
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे
भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व कप्तान और सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे भले ही फिलहाल राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की योजना का हिस्सा न हों, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका जज्बा और मैदान पर वापसी का सपना अभी भी जिंदा है। 37 साल के रहाणे एक बार फिर आगामी घरेलू सत्र में मुंबई की ओर से रणजी ट्रॉफी खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं। अजिंक्य रहाणे ने भारतीय टेस्ट टीम के लिए 85 मैचों में 12 शतक और 26 अर्धशतकों की मदद से कुल 5077 रन बनाए हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में उनके प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और यही वजह रही कि 2023 में वेस्टइंडीज दौरे के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उसी समय से अजित अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को दरकिनार करते हुए भविष्य के खिलाड़ियों पर फोकस करना शुरू कर दिया। रहाणे अभी भले ही टीम इंडिया का हिस्सा न हो लेकिन वह इंग्लैंड में मौजूद हैं।
अब भी टेस्ट में वापसी का इंतजार
हाल ही में रहाणे ने ‘स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट’ पर नासिर हुसैन से बातचीत में अपने क्रिकेट के प्रति जुनून और वापसी की इच्छा को खुलकर बयां किया। उन्होंने कहा कि यहां आकर अच्छा लग रहा है। वह अब भी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। उनके अंदर अब भी वही जूनून है और वह अपने क्रिकेट का पूरा आनंद ले रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह कुछ दिनों के लिए यहां हैं, लेकिन उन्होंने ट्रेनिंग के कपड़े भी साथ रखे हैं ताकि खुद को फिट रख सकूं। हमारा घरेलू सत्र जल्द शुरू होने वाला है, तो उसकी तैयारियां भी साथ में चल रही हैं।
रणजी ट्रॉफी में दम दिखाने के लिए तैयार
घरेलू क्रिकेट में रहाणे का नाम हमेशा एक बड़े खिलाड़ी के रूप में लिया जाता है। रणजी ट्रॉफी में मुंबई के लिए उन्होंने कई बार कप्तानी की है और टीम को अहम मुकाबले जिताए हैं। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि वह मुंबई रणजी टीम की कमान संभालेंगे और अपने अनुभव से टीम को मजबूती देंगे। 2024-25 घरेलू सत्र रहाणे के लिए बेहद अहम होने वाला है। अगर वह लगातार अच्छी पारियां खेलते हैं तो उनके पास फिर से टेस्ट टीम में वापसी का रास्ता खुल सकता है।