
रूप कुमार राठौड़
बॉलीवुड की दुनिया में कई ऐसी कहानियां हैं, जहां संगीत, संघर्ष और रिश्तों का संगम देखने को मिलता है। ऐसी ही एक दिलचस्प और कभी-कभार विवादों से घिरी कहानी है मशहूर गायक और संगीतकार रूप कुमार राठौड़ की, जिनकी आवाज ने ना केवल प्रेम गीतों को अमर बना दिया बल्कि उन्हें संगीत प्रेमियों के दिलों में एक खास मुकाम दिलाया। लेकिन रूप कुमार राठौड़ अपने ही गुरु की पत्नी पर दिल हार बैठे थे। जिसके बाद उन्होंने भागकर शादी भी की। जब गुरु को इसका पता चला तो खूब बवाल मचाया। हालांकि अभी भी रूप कुमार राठौड़ की ही पत्नी हैं।
इस गाने ने दिलाई पहचान
2008 में रिलीज हुआ गाना ‘तुझ में रब दिखता है’ जब सामने आया तो लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया। यह गाना सिर्फ एक सुपरहिट ट्रैक नहीं बना, बल्कि प्रेम का एक प्रतीक बन गया। इस गीत को अपनी जादुई और दिल को छू लेने वाली आवाज से सजाने वाले सिंगर रूप कुमार राठौड़ का करियर हालांकि इस एक गाने तक सीमित नहीं है। इससे पहले भी उन्होंने कई यादगार गीत गाए, जैसे फिल्म ‘अग्निपथ’ का ‘ओ सय्या’ और 1997 में आई फिल्म ‘तो चलूं’ का टाइटल ट्रैक, जो अब भी संगीतप्रेमियों की प्लेलिस्ट में शामिल है।
संगीत की दुनिया में पहली सीढ़ी
रूप कुमार राठौड़ का सफर बहुत ही साधारण तौर पर शुरू हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत भजन सम्राट अनूप जलोटा के साथ की थी। एक समय था जब वह जलोटा जी की भजन मंडली में तबला बजाया करते थे। वे मंच के पीछे रहते, लेकिन संगीत के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें एक दिन मंच के केंद्र में ला खड़ा किया।
गुरु और शिष्य के रिश्ते में आई दरार
संगीत की इस यात्रा में एक मोड़ ऐसा आया, जिसने रूप कुमार राठौड़ की निजी और पेशेवर जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। उस दौर में, जब वह अनूप जलोटा के साथ काम कर रहे थे, रूप कुमार का दिल अपने ही गुरु की पत्नी सोनाली के लिए धड़कने लगा। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और यह रिश्ता एक गुप्त प्रेम-प्रसंग में तब्दील हो गया।
वो साल जब सब कुछ बदल गया
साल 1984 में अनूप जलोटा को अमेरिका से भजन कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिला था। वह अपनी मंडली के साथ अमेरिका जाने की तैयारियों में जुटे थे। उन्होंने अपनी पत्नी सोनाली से भी अमेरिका चलने का आग्रह किया, लेकिन सोनाली ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। उस समय जलोटा साहब को इस इनकार की असली वजह समझ नहीं आई थी। वास्तव में, सोनाली उस समय तक रूप कुमार राठौड़ को दिल दे चुकी थीं। जब अनूप जलोटा अमेरिका गए, सोनाली ने रूप कुमार के साथ एक नई जिंदगी शुरू करने का फैसला कर लिया। दोनों के बीच यह रिश्ता अगले पांच सालों तक चला, और अंततः 1989 में दोनों ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली।
जब राज से उठा पर्दा
जब यह बात अनूप जलोटा को पता चली तो वे बेहद आहत और नाराज हुए। उन्होंने इस निजी धोखे को काफी गंभीरता से लिया और संगीत इंडस्ट्री में अपने संपर्कों से अनुरोध किया कि किसी भी हालत में रूप कुमार राठौड़ को काम ना दिया जाए। जलोटा जी ने इस बात को लेकर खुलकर विरोध भी किया और कई मंचों पर अपना पक्ष रखा।
संघर्ष के बाद मिली सफलता
लेकिन एक सच्चा कलाकार कभी भी सिर्फ विरोध से नहीं रुकता। रूप कुमार राठौड़ ने इन तमाम विरोधों के बावजूद हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी कला को और निखारा, मेहनत की, और धीरे-धीरे अपनी एक अलग पहचान बनानी शुरू की। उनकी भावनात्मक गायकी, शुद्ध संगीतबोध और आत्मा को छू लेने वाली आवाज ने उन्हें बॉलीवुड में एक खास मुकाम दिलाया। उन्होंने प्लेबैक सिंगिंग, गजल, भजन, सूफी और क्लासिकल म्यूज़िक के क्षेत्र में अपने नाम का डंका बजा दिया। उन्हें ना केवल फिल्म इंडस्ट्री में सम्मान मिला, बल्कि देश-विदेश में भी उनके कंसर्ट्स की खूब तारीफ हुई।
खुशहाल जिंदगी जीते हैं रूप कुमार राठौड़
आज रूप कुमार राठौड़ और उनकी पत्नी सोनाली राठौड़ एक म्यूज़िकल कपल के रूप में जाने जाते हैं। दोनों ने साथ मिलकर कई मंचों पर परफॉर्म किया है और एक-दूसरे के संगीत सफर में सहयोगी बने हैं। वे अक्सर देश और विदेश में संगीत कार्यक्रमों में एकसाथ नजर आते हैं। सोशल मीडिया पर भी रूप कुमार राठौड़ अपनी और सोनाली की तस्वीरें साझा करते रहते हैं, जिनमें उनके बीच का गहरा रिश्ता और प्यार साफ झलकता है। इंस्टाग्राम पर दोनों की रोमांटिक और संगीत से जुड़ी पोस्ट्स उनके फैंस के बीच खूब पसंद की जाती हैं।