
फर्जी वोटरों के कटेंगे नाम।
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट रिवीजन का काम शुरू कर दिया गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक अब तक बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन का काम 83.66 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। चुनाव आयोग ने बताया कि जांच में 1.59 प्रतिशत लोग मृत पाए गए हैं, जबकि 2.2 प्रतिशत लोग परमानेंट शिफ्ट हो चुके हैं। वहीं 0.73 प्रतिशत वोटर एक से ज्यादा जगहों पर दर्ज हैं। अब 11.82 प्रतिशत वोटर्स के फॉर्म जमा होने के लिए बचे हुए हैं। बता दें कि बिहार में 25 जुलाई तक गणना फार्म जमा करने की अंतिम तिथि है। अब तक 6.6 करोड़ वोटर्स ने अपने फार्म जमा कर दिए हैं।
किन लोगों के काटे जाएंगे नाम
चुनाव आयोग ने अब तक के सर्वे में करीब 35 लाख फर्जी वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने के संकेत दिए हैं। ये मतदाता बिहार के कुल मतदाताओं का करीब पांच फीसदी हैं। आइए जानते हैं कि आयोग की ओर से किन मतदाताओं के नाम काटने की तैयारी की जा रही है। जिन 35 लाख नामों को वोटर लिस्ट से आउट करना है, उनमें मृतक, बिहार से स्थाई तौर पर बाहर जा चुके वोटर्स और एक से अधिक जगह रजिस्टर्ड वोटर्स शामिल हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक वेरिफिकेशन के लिए 88.18 फीसदी गणना फॉर्म जमा हो चुके हैं, जबकि 25 जुलाई तक चलने वाले वेरिफिकेशन के लिए अभी 11 दिन शेष हैं।
कब होंगे बिहार चुनाव?
बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा चुनाव प्रक्रिया को इस तारीख से पहले पूरा किया जाना है। संभावना है कि चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 में होंगे। चुनाव दो या तीन चरणों में संपन्न हो सकते हैं। अभी तक चुनाव आयोग ने तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। ऐसी उम्मीद है कि दिवाली और छठ जैसे त्योहारों को ध्यान में रखकर ही तारीखें तय की जाएंगी।