Gold में ऑनलाइन निवेश कैसे करें? सबसे बेहतरीन ऑप्शन क्या हैं? जानें इसके ट्रेडिंग के फायदे


सोने ने खुद को महंगाई के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के रूप में साबित किया है।

Photo:FILE सोने ने खुद को महंगाई के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के रूप में साबित किया है।

निवेशकों के लिए सोना परंपरागत तौर पर हमेशा एक एक सुरक्षित विकल्प रहा है। यह महंगाई और बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच निवेश का एक बेहतर विकल्प कहलाता है। लेकिन अब यह जरूरी नहीं है कि सोना खरीदकर ही निवेश करें। आज के समय में आप डिजिटल में यानी Gold में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। यह काफी आसान बल्कि ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक भी है। आइए, यहां जान लेते हैं ऑनलाइन गोल्ड में निवेश कैसे किया जाता है, इसके सबसे बेहतरीन विकल्प क्या हैं और इसके फायदे क्या हैं।

क्यों सोने में निवेश है फायदे का सौदा?

सोने में निवेश को निवेशकों के पोर्टफोलियो में विविधता लाने, संतुलन बनाने और सुरक्षा प्रदान करने के एक रणनीतिक कदम के रूप में जाना जाता है। बजाज फाइनेंस के मुताबिक, हालांकि सोना अपनी हेजिंग क्षमताओं के लिए जाना जाता है, लेकिन यह धन को लगातार बढ़ाने में भी सहायक रहा है। सोने का प्रदर्शन अक्सर शेयरों और बॉन्ड के साथ विपरीत रूप से कोरिलेटेड (सहसंबद्ध) होता है। आमतौर पर, जब शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, सोने ने खुद को महंगाई के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के रूप में साबित किया है। जीवन यापन की लागत के साथ सोने का मूल्य भी बढ़ता है। 

ऐसा देखा जाता है कि आर्थिक अनिश्चितता या भू-राजनीतिक तनाव के दौरान, निवेशक अक्सर सोने की ओर रुख करते हैं। सोना अस्थिर बाजार की स्थितियों में सुरक्षा की भावना प्रदान करता है। एक बेहद खास बात यह है कि सोने को दुनिया भर में जल्दी और आसानी से नकदी या अन्य एसेट में बदला जा सकता है। यह उच्च तरलता नकदी प्रवाह की जरूरतों को मैनेज कर पाने में  एक सुविधाजनक विकल्प है।

सोने की कमोडिटी ट्रेडिंग को समझ लीजिए

सोने की कमोडिटी में ट्रेडिंग का मतलब शेयरों की तरह सीधे निवेश के तौर पर सोने में ट्रेडिंग करना नहीं है। दरअसल, आप एक्सचेंजों के जरिये सोने के वायदा और विकल्प के रूप में इसके डेरिवेटिव में ट्रेडिंग करेंगे। मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एमसीएक्स) एक कमोडिटी डेरिवेटिव मार्केट एक्सचेंज है जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन कमोडिटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। ये प्लेटफॉर्म डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की खरीद और बिक्री की सुविधा प्रदान करते हैं जो सोने से मूल्य प्राप्त करते हैं। किसी भी अन्य ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की तरह, आप सोने की कीमतों में बदलाव का फायदा उठाकर इससे लाभ कमा सकते हैं।

सोने के वायदा: सोने की कमोडिटी ट्रेडिंग में शामिल होने का पहला तरीका सोने के वायदा के माध्यम से है। इसमें भविष्य की किसी तारीख पर पूर्व निर्धारित मूल्य पर सोने की एक निश्चित मात्रा को खरीदने या बेचने का एक मानक अनुबंध होता है। 

सोने के विकल्प: दूसरा रास्ता सोने के विकल्पों के माध्यम से है। इसमें, आप अनुबंध की समाप्ति से पहले या उसके बाद एक निश्चित स्ट्राइक मूल्य पर सोने के विकल्प खरीद या बेच सकते हैं। पहले की तुलना में, यह कम जोखिम भरा है और अधिक लचीलापन प्रदान करता है। 

Gold में ऑनलाइन निवेश कैसे करें? 

  • सबसे पहले एक कमोडिटी ब्रोकर चुनें और चुने हुए प्लेटफॉर्म पर अपने ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट बनाएं। ट्रेडिंग शुरू करने के लिए MCX जैसे एक्सचेंज का चयन करें।
  • इसके बाद अपनी जोखिम सहनशीलता और पूंजी उपलब्धता के आधार पर अपने गोल्ड कमोडिटी कॉन्ट्रैक्ट के लिए लॉट साइज चुनें।
  • ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको अपने ब्रोकरेज के पास मार्जिन जमा करना होगा।
  • अपना ऑर्डर देने से पहले बाज़ार की गतिविधियों पर ध्यान दें और कीमतों पर नज़र रखें। आप गोल्ड ऑप्शंस या फ्यूचर्स में ट्रेड करना चाहते हैं और आपकी ट्रेडिंग रणनीति क्या है, इसके आधार पर ऑर्डर दें। फिर, लाभ को अधिकतम करने और नुकसान को कम करने के लिए कीमतों में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए अपनी बाज़ार स्थिति का प्रबंधन करें।

सोने की कमोडिटी ट्रेडिंग के लाभ

यह तुरंत पोर्टफोलियो विविधीकरण प्रदान करता है और बाजार जोखिम को कम करके नुकसान को कम करने में मदद करता है। बजाज फाइनेंस के मुताबिक, चाहे मुद्रा की अस्थिरता हो, महंगाई हो या बाजार में उतार-चढ़ाव, आप सोने की कमोडिटी ट्रेडिंग के जरिये इन सभी जोखिमों से बचाव कर सकते हैं। इसका उपयोग अपेक्षाकृत कम मार्जिन पर बड़ी पोजीशन लेने और मैक्सिमम रिटर्न हासिल करने के लिए फायदा उठाने के तौर पर किया जा सकता है। सोना की हाई लिक्विडिटी को देखते हुए, आप आसानी से बाजार में प्रवेश और निकासी कर सकते हैं। एक खास फायदा यह भी है कि इस ट्रेडिंग में आपको सोने को भौतिक रूप से रखने या भंडारण जोखिमों की चिंता नहीं करनी होती है। हालांकि, सोने की कमोडिटीज में ट्रेडिंग करते समय यह भी समझ लें कि सोने की अंतर्राष्ट्रीय मांग और आपूर्ति सोने की कीमतों को प्रभावित करती है। जब मांग बढ़ती है, तो इस धातु की कीमत बढ़ती है और इसके विपरीत भी होता है।

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