
सूमी हर चौधरी।
बंगाली फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री सुमी हर चौधरी, पिछले तीन महीनों से लापता थीं। अब पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले के अमिला बाजार इलाके में एक सड़क किनारे बैठी हुई मिली हैं। अभिनेत्री को बर्धमान-आरामबाग राज्य राजमार्ग पर बारिश से बचने के लिए एक विश्राम स्थल पर रुके हुए देखा गया। उन्होंने शॉर्ट्स और काले रंग की फुल-स्लीव शर्ट पहनी हुई थी और उनके हाथ में एक कलम और कागज था। वे बंगाली और अंग्रेजी में अस्पष्ट रूप से कुछ बोल रही थीं।
ऐसे हुई पहचान
स्थानीय लोगों ने जब उन्हें सड़क किनारे बैठा देखा तो पहले उन्हें एक आम महिला समझा, लेकिन जब उन्होंने खुद को एक टीवी अभिनेत्री बताया और अपने धारावाहिकों में काम करने की बात कही तो लोगों ने इंटरनेट पर खोज कर उनकी पहचान की पुष्टि की। एक स्थानीय व्यक्ति ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया, ‘वह मानसिक रूप से अस्थिर लग रही थीं। बार-बार कह रही थीं कि उन्होंने धारावाहिकों में अभिनय किया है। शुरू में हमें यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब हमने इंटरनेट पर उनकी तस्वीरें और जानकारी देखी, तो पता चला कि वो सच में एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं।’
यहां देखें पोस्ट
घर वालों को किया जा रहा सूचित
इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। बर्धमान सदर दक्षिण के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी अभिषेक मंडल ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘हमने उन्हें सड़क पर घूमते हुए पाया और अब उन्हें एक आश्रय गृह भेज दिया गया है। उनके परिवार से संपर्क करने की कोशिशें जारी हैं। कोलकाता के बेहाला पुलिस स्टेशन को भी जानकारी दी गई है।’ सुमी चौधरी ने कई लोकप्रिय बंगाली टीवी शो और फिल्मों में अभिनय किया है। उनके कामों में ‘द्वितीयो पुरुष’, ‘रूपसागर मोनेर मानुष’, ‘तुमी आशे पाशे थाकले’ जैसे धारावाहिक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के साथ फिल्म ‘खासी कथा: अ गोट सागा’ में भी काम किया था। एक्ट्रेस दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह के साथ भी कान कर चुकी हैं।
पुलिस कर रही जांच
जब पुलिस ने उनके बैकग्राउंड की जांच की तो पता चला कि वह कोलकाता के बेहाला इलाके की रहने वाली हैं। हालांकि, जब स्थानीय लोगों और पुलिस ने उनसे सवाल किए तो उन्होंने कभी खुद को कोलकाता से बताया तो कभी बीरभूम जिले के भोलपुर से होने का दावा किया। इससे उनकी मानसिक स्थिति को लेकर सवाल उठे हैं। अब पुलिस उनके परिवार की तलाश कर रही है और इस बात की जांच कर रही है कि वह किस तरह से भोलपुर से होते हुए पूर्व बर्धमान तक पहुंचीं। उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है। अभी तक उनकी गुमशुदगी की परिस्थितियों पर कोई स्पष्टता नहीं आई है।