
गुजरात के गंभीरा में 40 साल पुराने पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए थे।
अहमदाबाद: गुजरात में नर्मदा नदी की नहरों पर बने 5 पुलों को अधिकारियों ने बंद कर दिया है, क्योंकि निरीक्षण के दौरान इन्हें वाहनों की आवाजाही के लिए खतरनाक पाया गया। राज्य सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इसके अलावा, चार अन्य पुलों पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है, जबकि संबंधित जिला प्रशासन को मरम्मत कार्य के लिए 36 अन्य पुलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। ये सभी पुल नर्मदा नहर नेटवर्क का हिस्सा हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई विभिन्न सड़कों और पुलों की मरम्मत और रखरखाव का काम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देश में युद्धस्तर पर किया जा रहा है। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर राज्य में व्यापक नर्मदा नहर नेटवर्क पर स्थित विभिन्न पुलों का तकनीकी निरीक्षण भी किया है।
गंभीरा ब्रिज हादसे के बाद 2,110 पुलों की जांच
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (SSNNL) के अनुसार, इस नहर नेटवर्क से गुजरने वाले राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों और ग्रामीण सड़कों को जोड़ने वाले लगभग 2,110 पुल हैं। इन पुलों की वर्तमान स्थिति का आकलन करने, संभावित क्षति को रोकने और इन संरचनाओं को टिकाऊ बनाने के लिए, एसएसएनएनएल द्वारा हाल में इन सभी पुलों पर एक व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया था। इसमें कहा गया है कि जो पांच पुल पूरी तरह से बंद हैं, उनमें से दो मोरबी जिले में जबकि तीन सुरेन्द्रनगर जिले में हैं।
महिसागर नदी में गिर गया था 40 साल पुराना पुल
बता दें कि आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने वाले गंभीरा गांव के निकट 9 जुलाई को 40 साल पुराने पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए थे। इस हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई थी। राज्य सरकार ने हाल में भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ-साथ गांवों, कस्बों और शहरों की आंतरिक सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। (भाषा इनपुट्स के साथ)
यह भी पढ़ें-
गुजरात में 1000 लोगों के खिलाफ FIR, 47 गिरफ्तार; जानें क्या है पूरा मामला