
अभिमन्यु ईश्वरन
India vs England: टीम इंडिया इस वक्त इंग्लैंड के दौरे पर है। पांच मैचों की सीरीज के तीन मुकाबले अभी तक खेले जा चुके हैं। इसमें से दो मैच इंग्लैंड ने जीते हैं और एक में टीम इंडिया को जीत मिली है। अभी दो और मैच बाकी हैं। सीरीज का रिजल्ट क्या होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन भारतीय टीम के एक खिलाड़ी का इंतजार है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक एक कर दिन कटते जा रहे हैं, लेकिन भारतीय टीम की कैप पहनने का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है।
अभिमन्यु ईश्वरन कर रहे हैं अपनी बारी का इंतजार
शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में अब तक तीन मुकाबले खेल लिए हैं, लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन बाहर ही बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि अभिमन्यु को पहली बार ये दिन देखना पड़ रहा है। इससे पहले जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया गई थी, उस वक्त भी अभिमन्यु भारतीय स्क्वाड का हिस्सा थे, उम्मीद की जा रही है कि उनकी सालों की मेहनत का फल अब मिलने वाला है और हो सकता है कि इस सीरीज में उन्हें भारत के लिए पहली बार खेलने का मौका मिले। टीम इंडिया सीरीज गंवाकर वापस लौट आई, लेकिन अभिमन्यु जैसे थे, वैसे ही रहे।
भारतीय टीम में हो चुके हैं बहुत सारे बदलाव
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से लेकर इंग्लैंड दौरे तक भारतीय टीम में कई सारे बड़े और अहम बदलाव हुए। रोहित शर्मा और विराट कोहली ने रिटायरमेंट ले लिया। शुभमन गिल को टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया गया। नए और युवा खिलाड़ियों की भारतीय टीम में एंट्री हुई। अभिन्यु ईश्वरन को फिर से भारतीय टीम में शामिल होने का मौका मिला। लेकिन वे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बन पाए। जब तक डेब्यू नहीं होगा, तब तक इंडिया की कैप भी नहीं मिल पाएगी।
करुण नायर लगातार फेल, साई सुदर्शन का भी नहीं चला बल्ला
बड़ी बात ये है कि पहली बार भारतीय टीम में शामिल किए गए साई सुदर्शन को पहले ही मैच में डेब्यू का मौका मिल गया। करीब आठ साल बाद टीम में आए करुण नायर भी लगातार तीन मैच खेल गए, लेकिन अभिमन्यु का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। ये बात और है कि साई पहले मैच में कुछ कर नहीं पाए और उन्हें बाहर जाना पड़ा। वहीं करुण नायर के बल्ले से भी रन नहीं बन रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक अभिमन्यु बाहर ही बैठे हैं। जब सभी को आजमाया जा रहा है तो फिर एक दो मौके देकर अभिमन्यु को भी टेस्ट कर ही लिया जाए तो इसमें बुराई क्या है। वैसे भी अभिमन्यु ने डोमेस्टिक क्रिकेट में रनों का पहाड़ खड़ा किया है।