
अनीता अयूब और दाउद इब्राहिम।
80 और 90 का दशक बॉलीवुड की रील से ज्यादा रियल ड्रामा से भरा हुआ था। ये वो दौर था जब फिल्म इंडस्ट्री पर सिनेमा के बजाय संगीन साए हावी थे। उस दौर में बॉलीवुड अंडरवर्ल्ड के इशारों पर चलता था और सितारों की कमान अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के हाथ में थी। तब न सिर्फ फिल्में उसकी मर्जी से बनती थीं, बल्कि कई हीरोइनों की किस्मत की डोर भी उसी के हाथों में थी। उन्हीं में से एक नाम था अनीता अयूब। पाकिस्तानी से फिल्मों में काम करने भारत आईं अनीता अयूब को देवा आनंद न अपने बैनर के तले लॉन्च किया था, लेकिन पहली ही फिल्म के बाद उन पर दाउद इब्राहिम की नजर पड़ गई और एक्ट्रेस का नाम उससे जुड़ गया। इस साये ने एक्ट्रेस का न सिर्फ करियर खत्म किया बल्कि उनकी दुनिया उजाड़ दी। अब एक्ट्रेस कहां हैं और क्या कर रही हैं, चलिए आपको बताते हैं।
कराची से मुंबई तक का सफर
अनीता अयूब का जन्म पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। पढ़ाई में तेज, खूबसूरत और आत्मविश्वासी अनीता ने अंग्रेजी साहित्य में मास्टर्स किया और फिर अपने एक्टिंग के सपने को पूरा करने भारत आ गईं। उन्होंने मुंबई में रोशन तनेजा एक्टिंग स्कूल से अभिनय की ट्रेनिंग ली। मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अनीता की किस्मत तब पलटी जब उनकी मुलाकात हुई हिंदी सिनेमा के लेजेंड देव आनंद से। देव आनंद उस समय एक नई एक्ट्रेस की तलाश में थे और अनीता के एक विज्ञापन ने उन्हें प्रभावित कर दिया था। उन्होंने अनीता को अपनी फिल्म ‘प्यार का तराना’ में कास्ट किया, ये फिल्म 1993 में रिलीज हुई। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भले ही शुरुआत में फ्लॉप रही, लेकिन धीरे-धीरे दर्शकों के बीच अपनी जगह बनाने लगी थी। इसके बाद अनीता ने साल 1995 में एक और फिल्म ‘गैंगस्टर’ की, जो उम्मीदों के अनुसार सफल रही।
जब दाउद बना दीवाना
पर फिल्मी सफलता की ये सीढ़ी ज्यादा दिन तक कायम नहीं रह सकी। इसी दौरान अनीता का नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से जुड़ने लगा। कहा जाता है कि दाउद अनीता के लिए सिरफिरा आशिक बन चुका था। दोनों को कई बार साथ देखा गया और उनके रिश्ते की चर्चा इंडस्ट्री के गलियारों से लेकर मीडिया की सुर्खियों तक छा गई। इस रिश्ते ने अनीता के करियर पर ऐसा ग्रहण डाला कि वो कभी फिल्मी आकाश में दोबारा नहीं चमक सकीं। 1995 में एक फिल्म निर्माता जावेद सिद्दीकी ने अनीता को अपनी फिल्म में लेने से मना कर दिया। इसके बाद जल्द ही जावेद की गोली मारकर हत्या कर दी गई और शक की सुई सीधे दाउद इब्राहिम के गुर्गों की ओर घूमी। अनीता पर भी सावल उठे और उन्हें भी पुलिस ने शक के घेरे में रखा। हालांकि अनीत के खिलाफ कुछ साबित नहीं हुआ, लेकिन इस घटना ने अनीता के चारों ओर विवादों का ऐसा जाल बुन दिया जिससे निकलना नामुमकिन हो गया।
फिल्म की कास्ट के साथ अनीता अयूब।
जासूसी का आरोप और बॉलीवुड से बैन
जहां एक तरफ अनीता और दाउद के रिश्ते की अफवाहें गरम थीं, वहीं पाकिस्तान की एक फैशन पत्रिका ने एक चौंकाने वाला दावा किया। उसमें लिखा गया कि बॉलीवुड के कई लोगों को अनीता पर शक था कि वह पाकिस्तानी जासूस हैं। इसके बाद इंडस्ट्री ने उन्हें दरकिनार कर दिया। बिना किसी आधिकारिक ऐलान के अनीता अयूब का नाम गुमनामी की फेहरिस्त में शामिल हो गया गया। करियर बर्बाद होने और लगातार बढ़ते विवादों के बीच अनीता ने भारत छोड़ दिया और पाकिस्तान लौट गईं। इसके बाद उन्होंने भारतीय गुजराती व्यापारी सौमिल पटेल से शादी की और फिर अमेरिका के न्यूयॉर्क में बस गईं। इस शादी से उन्हें एक बेटा हुआ, जिसका नाम शेजर है।
अब जी रहीं गुमनामी की जिंदगी
हालांकि बाद में यह रिश्ता भी टूट गया। बाद में अनीता ने एक पाकिस्तानी बिजनेसमैन सुबक मजीद से शादी कर ली। कभी बॉलीवुड की नई सनसनी कहलाई जाने वाली अनीता अयूब आज लाइमलाइट से कोसों दूर हैं। न कोई इंटरव्यू, न कोई बयान, न कोई सोशल मीडिया मौजूदगी, वो पूरी तरह से आम जीवन गुजार रही है। भारत आना-जाना उनका पूरी तरह से बंद हो चुका है। एक अफवाह, एक रिश्ता और एक दौर ने उनके करियर की इबारत को अधूरा छोड़ दिया और बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत हसीनाओं में गिनी जाने वाली अनीता का करियर चुटकियों में तबाह हो गया।