बचपन में ही पिता से हुई जुदा, कभी नहीं गई स्कूल, फ्लॉप रहा डेब्यू, आज बॉलीवुड की टॉप हीरोइन है ये एक्ट्रेस


Katrina Kaif
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कैटरीना कैफ।

गैर फिल्मी बैकग्राउंड से होते हुए भी इस हसीना ने न सिर्फ बॉलीवुड में नाम बनाया बल्कि सालों से दर्शकों के दिलों पर राज कर रही है। अपनी खूबसूरती और अभिनय के साथ-साथ ये एक्ट्रेस अपनी क्यूटनेस के लिए भी काफी मशहूर है और अब एक बॉलीवुड सुपरस्टार की पत्नी बन चुकी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं कैटरीना कैफ की, जो आज बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में से एक हैं, लेकिन उन्होंने काफी मुश्किलों का सामना करने के बाद ये रास्ता तय किया है। भारत की बार्बी गर्ल के नाम से मशहूर कैटरीना आज यानी 16 जुलाई को अपना 42वां जन्मदिन मना रही हैं, इस मौके पर आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।

कैटरीना कैफ का जन्म और पढ़ाई

कैटरीना कैफ का जन्म 16 जुलाई 1983 को हांगकांग में हुआ था मगर वह मूल रूप से लंदन की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम मोहम्मद कैफ है जो कश्मीरी हैं और मां सुजैन टारकोट ब्रिटिश मूल की हैं। कैटरीना तब बहुत कम उम्र की थीं, जब उनके माता पिता का तलाक हो गया, जिसके बाद उनकी मां ने अकेले ही उनकी और उनकी बहनों की परवरिश की। कैटरीना ने अपने इंटरव्यूज में बताया कि उनकी मां ने कैसे उन्हें और उनकी बहनों की परवरिश की। कैटरीना के बारे में एक और दिलचस्प बात ये है कि वह कभी स्कूल नहीं गईं। दरअसल, उनकी मां एक सोशल एक्टिविस्ट हैं, जिसके चलते वह अलग-अलग देशों की यात्राएं करती रहती थीं और इसी के चलते कैटरीना 18 देशों में रहीं लेकिन कभी फॉर्मली स्कूल नहीं जा पाईं। उनकी पढ़ाई होम ट्यूटर के जरिए हुई और वह घर पर रहकर ही पढ़ाई करती थीं।

14 की उम्र से शुरू कर दिया था काम

कैटरीना तब सिर्फ 14 साल की थीं, जब उन्होंने मॉडलिंग शुरू की थी। लंदन में एक फैशन शो के दौरान, भारतीय फिल्म निर्माता कैजाद गुस्ताद ने उन्हें देखा और फिल्म ‘बूम’ (2003) में कास्ट कर लिया। हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धड़ाम रही, लेकिन कैटरीना अपनी नेचुरल ब्यूटी से लोगों का ध्यान खींचने में सफल रहीं। कैटरीना ने एक सफल मॉडलिंग करियर के बाद उन्होंने बड़े पर्दे पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने साल 2004 में रिलीज हुई तेलुगु फिल्म ‘मल्लिसवारी’ में काम किया। इसके बाद वह रोमांटिक कॉमेडी ‘मैंने प्यार क्यों किया’ (2005) और ‘नमस्ते लंदन’ (2007) जैसी फिल्मों के साथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम स्थापित करने में सफल रहीं।

धीरे-धीरे अभिनय में आया निखार

कैटरीना ने जब से अपने करियर की शुरुआत की है, उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरे-धीरे उनके अभिनय में निखार आता गया और फिर वह ‘रेस’ (2008), ‘एक था टाइगर’ (2012), ‘धूम 3’ (2013) और ‘बैंग बैंग!’ (2014) जैसी फिल्मों में नजर आईंब। इसके बाद कैटरीना के करियर ने ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ (2009), ‘राजनीति’ (2010), और ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ (2011) जैसी फिल्मों के साथ रफ्तार पकड़ी। समय के साथ-साथ कैटरीना खुद को धीरे-धीरे ही सही बॉलीवुड की सबसे सफल और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक के रूप में स्थापित करने में सफल रहीं।

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