
मुंबई एयरपोर्ट
मुंबई में ओला और उबर के ड्राइवरों ने किरायों को तर्कसंगत और अन्य प्रमुख मांगों को लेकर मंगलवार (15 जुलाई, 2025) को हड़ताल शुरू की थी और बुधवार को विरोध प्रदर्शन का दूसरा दिन था। पूरे महाराष्ट्र से हजारों ड्राइवर आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठे हुए। इस बीच मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने बुधवार को यात्रियों को ऐप-आधारित परिवहन की कमी की संभावना के चलते “वैकल्पिक व्यवस्था” तलाशने की सलाह दी।
‘X’ पर एक पोस्ट में कहा गया है कि यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही अपनी परिवहन योजना बना लेनी चाहिए और परिवहन के वैकल्पिक साधनों पर विचार करना चाहिए।
यात्रियों को हुई परेशानी
बता दें कि आजाद मैदान में हुए विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में उबर और ओला ड्राइवर शामिल हुए, जिससे मुंबई में राइड-शेयरिंग सेवाओं पर गहरा असर पड़ा। शहर भर में यात्रियों को ओला और उबर कैब से उतरने के लिए मजबूर किया गया। इस दौरान कई ड्राइवरों ने मुंबई में यात्रियों को धमकाया भी और उन्हें अपनी कैब और ऑटो से उतार दिया। यात्रियों ने बताया कि उन्हें बीच रास्ते में ही अपनी कैब से उतरकर जबरन यात्रा खत्म करने पर मजबूर किया गया।
क्या हैं प्रमुख मांगें?
- किराए को तर्कसंगत बनाना, मीटर कैब के बराबर किराया।
- बाइक टैक्सियों पर पूरी तरह से रोक, कैब और ऑटो परमिट की सीमा।
- कैब और टैक्सी चालकों के कल्याण बोर्ड को क्रियाशील बनाना।
- महाराष्ट्र गिग वर्कर्स एक्ट लाना।
कैब ड्राइवरों का क्या कहना है?
ड्राइवरों का कहना है उबर और ओला जैसे ऐप किराए का एक बड़ा हिस्सा काट लेते हैं। नागपुर के एक नाराज कैब ड्राइवर ने कहा, कैब एग्रीगेटर कंपनियों की ओर से हमें धमकाकर और ठगकर हमारे साथ अन्याय हुआ है। हम अब और चुपचाप सहन नहीं करेंगे।
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