
छांगुर बाबा के करीबी नसरीन की तीन मंजिला इमारत सीज करते हुए ईडी के अधिकारी
नई दिल्लीः ईडी की टीम ने छांगुर बाबा और उसके करीबियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक करीब 60 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का पता लगाया है। ये कार्रवाई बलरामपुर, लखनऊ और मुंबई में कुल 15 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान की गई। इस जांच की शुरुआत एटीएस लखनऊ की एफआईआर के आधार पर हुई थी, जिसमें गैरकानूनी धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े आरोप लगाए गए थे।
ईडी की जांच में सामने आई ये चीजें
ईडी की जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा बलरामपुर की चांद औलिया दरगाह से अपना नेटवर्क चला रहा था। यहां अक्सर बड़े धार्मिक प्रोग्राम होते थे, जिनमें देश-विदेश से लोग शामिल होते थे। आरोप है कि छांगुर और उसके साथियों ने गरीब और दलित हिंदू परिवारों को निशाना बनाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाया। बता दें कि धर्मांतरण की जांच यूपी एटीएस कर रही है जबकि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है।
छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के 22 बैंक खातों की जांच
ईडी ने छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क से जुड़े 22 बैंक खातों की जांच की है। इन खातों में अब तक 60 करोड़ रुपये से ज्यादा की लेनदेन का पता चला है, जिसमें बड़ी रकम विदेशों से भेजी गई थी। ये पैसा सीधे छांगुर बाबा और उसके करीबी लोगों तक पहुंचा। रेड के दौरान ऐसे कई दस्तावेज और सबूत मिले हैं जिनसे ये साफ होता है कि इस पैसे का इस्तेमाल महंगी प्रॉपर्टी खरीदने और उनके निर्माण में किया गया। ये सारी प्रॉपर्टी बाबा ने खुद के नाम पर न लेकर अपने करीबियों जैसे नवीन रोहरा और नीतू रोहरा के नाम पर खरीदी ताकि असली चेहरा छुपा रहे।
नसरीन की तीन मंजिला बुटीक सील
बता दें कि ईडी ने गुरुवार को बलरामपुर में नसरीन के तीन मंजिला बुटीक को सील कर दिया। नसरीन उत्तर प्रदेश में कथित धर्मांतरण मामले में आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की करीबी सहयोगी है। एटीएस ने इससे पहले दोनों को उत्तर प्रदेश और उसके बाहर धर्मांतरण में शामिल एक गुप्त नेटवर्क के कथित मास्टरमाइंड होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी ने बुधवार को छांगुर बाबा धर्मांतरण मामले में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया।
(एएनआई इनपुट के साथ)