
छांगुर बाबा के धर्मांतरण ब्रिगेड के बारे में बड़ा खुलासा।
अवैध और जबरन तरीके से धर्मांतरण का रैकेट चलाने के आरोप में पकड़े गए छांगुर बाबा को लेकर एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। अब जानकारी सामने आई है कि छांगुर बाबा लव जिहाद बिग्रेड चला रहा था। छांगुर ने रशीद नाम के शख्स को लव जिहाद बिग्रेड का कमांडर बनाया था। रशीद छांगुर का गाजी था। छांगुर उसे गाजी कहकर ही बुलाता था। ऐसा इसलिए क्योंकि रशीद धर्मांतरण के लिए गाजी का काम कर रहा था।
धर्मांतरण के लिए कितने पैसे मिलते थे?
रशीद उर्फ गाजी अवैध धर्मांतरण के आरोप में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। 3 साल पहले आजमगढ़ में अवैध धर्मांतरण के लिए उसकी गिरफ्तारी हुई थी। रशीद आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को धर्मांतरण नेटवर्क से जोड़ रहा था। रशीद ही लव जिहाद के जरिये हिन्दू लड़कियों को फंसाने के लिए लव जिहाद ब्रिग्रेड को छांगुर के कहने पर ऑपरेट करता था। प्रत्येक व्यक्ति का धर्मांतरण कराने के लिए राशिद को 50 हजार से 1 लाख रुपये तक मिलते थे। लव जिहाद ब्रिग्रेड के जरिये लड़कियों का धर्मांतरण करवाने पर उसे 3 से 5 लाख रुपये मिलते थे।
गजवा-ए-हिंद की थी योजना?
रशीद उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और आसपास के जिलों में धर्मांतरण नेटवर्क को मजबूत कर रहा था। रशीद से पूछताछ में विदेशी फंडिंग और लेनदेन के बारे में अहम जानकारियां मिलने की संभावना जताई जा रही है। राशिद धर्मांतरण को जंग कहकर मुस्लिम युवाओं को लव जिहाद करने लिए उकसाता था। छांगुर रशीद से गजवा-ए-हिंद की बात करता था। गजवा का अर्थ ‘इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग’ होता है। इस युद्ध में शामिल इस्लामिक लड़ाकों को ‘गाजी’ कहा जाता है। इसलिए छांगुर भी रशीद को गाजी कहता था।
कैसे धर्मांतरण कराता था रशीद उर्फ गाजी?
छांगुर ने गजवा-ए-हिंद के जरिये भारत में जंग के जरिये इस्लाम की स्थापना करने की योजना बनाई थी। रशीद मुस्लिम युवाओं को भटकाने के लिए उनसे काफिरों को जीतकर उन्हें मुस्लिम बनाने की बात कहता था। रशीद छांगुर के कहने पर नेपाल सीमा से सटे 46 गांवों में युवाओं को धर्मांतरण के जाल में फंसा रहा था। वह जलसों के जरिए युवाओं की थाह लेता और जिहाद की ओर झुकाव रखने वालों को आर्थिक मदद देने की योजना बनाता था। सूत्रों के अनुसार इस नेटवर्क को मजबूत करने के लिए करीब 10 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग की तैयारी भी थी।
छांगुर के कहने पर रशीद धर्म परिवर्तन कराने के लिए पहले आगे वाले को कलमा पढ़वाता था और फिर उसे प्रतिबंधित पशु का मांस खिलाता था। इससे वह संतुष्ट होना चाहता था कि हिंदू धर्म से मोहभंग हुआ या नहीं। वह इसकी पूरी वीडियो बनाता था। उस वीडियो को वो फिर छांगुर को भेजता था। छांगुर उस वीडियो को इस्लामिक देशों की उन संस्थाओं को भेजता था, जो धर्मांतरण के लिए फंड देती थीं।
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