
राज ठाकरे को लेकर उद्धव का बड़ा बयान
सामना इंटरव्यू पार्ट-2 में उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयायन दिया। ‘ठाकरे ब्रांड’ को लेकर दिए गए अपने पहले बयान को दोहराते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं राज ठाकरे से खुलेआम मिल सकता हूं, इसमें किसी को तकलीफ क्यों होनी चाहिए? अगर मैंने सीधी चर्चा की तो किसी को क्या दिक्कत है? मैं अभी भी उन्हें फोन कर सकता हूं, वो मुझे कर सकते हैं। हमें मिलना है तो खुलेआम मिलेंगे, चोरी-छुपे नहीं।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके और राज ठाकरे के साथ आने से सिर्फ मराठी ही नहीं, बल्कि गैर-मराठी समुदायों को भी संतोष हुआ है।
किसी के पेट में मरोड़ हो तो मैं क्या करूं
उद्धव ने तीखा तंज किया और कहा, “अगर हमारे मिलने से किसी के पेट में मरोड़ उठ रही है तो मैं उस पर ध्यान नहीं देता।” इंटरव्यू में जब पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र के मुद्दों पर उनकी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बातचीत होती है, तो उद्धव ने कहा, “शुरुआत में एक बार जाकर गुलदस्ता दिया था। विधानसभा में मिलना कोई गलत बात नहीं है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि फडणवीस से अभी कोई विशेष मुलाकात नहीं हुई है, लेकिन “मुख्यमंत्री कुछ अच्छा करें, यही आज भी उम्मीद करता हूं।”
उद्धव ने मौजूदा सत्ता में मंत्रियों के बीच मचे घमासान को लेकर भी टिप्पणी करते हुए कहा, “फडणवीस को ये गड़बड़ियां रोकनी चाहिए। यह कोई ताना नहीं, बल्कि सलाह है – क्योंकि वे कभी हमारे राजनीतिक मित्र थे।”
नजर क्यों है इन मुलाकातों पर?
राजनीतिक गलियारों में ठाकरे बनाम ठाकरे अब ठाकरे + ठाकरे में बदलता नजर आ रहा है। बीएमसी चुनाव नजदीक हैं, और उद्धव-राज की नजदीकियों को भाजपा और शिंदे गुट बड़ी चुनौती मानते हैं। क्या ये मिलन अस्थायी है या नया गठबंधन जन्म ले रहा है? इसका जवाब शायद अगले कुछ महीनों में सामने आ जाएगा।