
चुनाव आयोग के दफ्तर की फाइल फोटो
नई दिल्लीः भारतीय चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि उसने उपराष्ट्रपति चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और संसद के दोनों सदनों के सांसदों वाले निर्वाचक मंडल का गठन शुरू कर दिया है।
सबसे पहले चुनाव आयोग वोटर लिस्ट बनाएगा। इसके बाद की प्रक्रिया ये होगी कि वोटर लिस्ट फ़्रीज़ किया जाएगा। इसके बाद नए नाम नहीं जोड़े जा सकेंगे। इसके बाद रिटर्निंग ऑफ़िसर की नियुक्ति होगी।
एक सप्ताह बाद घोषित की जा सकती हैं चुनाव की तारीख
इसके बाद एक कमेटी बनेगी जो यह देखेगी कि पिछले चुनावों में क्या दिक़्क़तें आईं थीं ताकि इस बार उन दिक़्क़तों का सामना न करना पड़े। इसके बाद चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने में क़रीब एक सप्ताह लगेगा। इसके बाद चुनाव की तारीख़ घोषित हो सकती है।
नियमों के अनुसार, अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव जितनी जल्दी हो सके होना चाहिए। चुनाव आयोग ने 23 जुलाई के अपने प्रेस नोट में कहा कि गृह मंत्रालय ने धनखड़ के इस्तीफ़े की विधिवत सूचना दे दी है और चुनाव कार्यक्रम की घोषणा जल्द से जल्द की जाएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि शुरू किए गए प्रमुख प्रारंभिक कदमों में लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों वाले निर्वाचक मंडल का संकलन, रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर का चयन, और पिछले सभी उपराष्ट्रपति चुनावों की विस्तृत पृष्ठभूमि सामग्री तैयार करना और वितरित करना शामिल है।
अगस्त तक देश को मिलेगा नया उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद उत्पन्न आवश्यकताओं और दिशानिर्देशों के अनुरूप, अगस्त के अंतिम सप्ताह तक देश को एक नया उपराष्ट्रपति मिलने की उम्मीद है। संविधान के अनुच्छेद 68(2) के अनुसार, इस्तीफे की स्थिति में उपराष्ट्रपति का चुनाव कराने के लिए कोई निश्चित समय-सीमा नहीं है। प्रावधान के अनुसार, चुनाव यथाशीघ्र कराए जाने चाहिए।
तीन दिन के अंदर जारी हो सकती है अधिसूचना
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय द्वारा आयोग को इस्तीफे की औपचारिक सूचना दिए जाने के तुरंत बाद तैयारियां शुरू हो गईं। चुनाव की आवश्यकता को इंगित करने वाली एक औपचारिक अधिसूचना अगले दो से तीन दिनों के भीतर जारी होने की संभावना है। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 के अनुसार, अधिसूचना जारी होने के बाद, चुनाव आयोग को नामांकन, जांच, नाम वापसी, मतदान और मतगणना सहित पूरी प्रक्रिया अधिकतम 32 दिनों के भीतर पूरी करनी होती है। तदनुसार, भारत के अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव और शपथ ग्रहण अगस्त 2025 के अंत तक होने की उम्मीद है। नामांकन पत्र अधिसूचना के 14 दिनों के भीतर जमा किए जाने चाहिए।